बालू के अवैध खनन को लेकर हुई गोलीबारी
मटिऔर गांव में रविवार की रात हुई गोलीबारी के पीछे बालू का अवैध उत्खनन बताया जा रहा है।
समस्तीपुर। मटिऔर गांव में रविवार की रात हुई गोलीबारी के पीछे बालू का अवैध उत्खनन बताया जा रहा है। गंगा नदी से लगातार बालू का उत्खनन किया जा रहा है। इसमें बड़े-बड़े माफिया शामिल हैं। पुलिस प्रशासन के द्वारा शुरू में तो इसको लेकर कड़ाई की गई, लेकिन फिर ज्यों की त्यों छोड़ दी गई। परिणाम स्वरुप गंगा से बालू के अवैध उत्खन्न को लेकर लगातार माफियाओं में बर्चस्व को लेकर भिड़ंत होती रहती है। इधर, रविवार की रात हुई गोलीकांड का जायजा लेने के लिए सोमवार को पुलिस पदाधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची। ओपी अध्यक्ष सुरेश मिश्र ने बताया कि मोहिउद्दीननगर थानाध्यक्ष इकबाल अहमद के साथ पुलिस बल लेकर छापेमारी की गई थी। गोलीकांड में शामिल सभी लोग गांव से फरार हैं। वहीं गोली से जख्मी जयराम ¨सह की पत्नी सविता देवी और नरेश ¨सह का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। जख्मी लोगों के घर पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। परिवार के सभी सदस्य जख्मी को लेकर पटना गए हुए हैं। गांव में दबी जुबान से इस बात की चर्चा की जा रही है कि यह घटना गंगा से अवैध बालू उत्खनन को लेकर हुई है। दो पक्षों में हुए विवाद के बाद नरेश ¨सह बचने के लिए जयराम ¨सह के घर में घुस गए थे। जहां नरेश ¨सह के साथ-साथ घर में मौजूद जयराम ¨सह की पत्नी सविता देवी भी गोली लगने से जख्मी हो गई।
प्रखंड क्षेत्र में गंगा नदी से बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से बालू का उत्खनन होता है। गंगा से बालू निकालर उसे बेचा जाता है। इसमें नीचे से लेकर उपर तक के अधिकारियों एवं सफेदपोश भी शामिल हैं। खासकर गंगा नदी से बालू का उत्खनन सरारी के निकट गंगा पार हरदासपुर, डुमरी और मटिऔर में किए जाने की सूचना है। लोगों की मानें तो सरारी से महनार-मोहिउद्दीननगर पथ, डुमरी से जौनापुर-बिनगामा पथ तथा मटिऔर से वाया हरैल-मोहिउद्दीननगर पथ होकर रात्रि में अवैध बालू लदी गाड़ियां पास कराई जाती है। जदयू के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोज कुमार ने बताया कि पूर्व में ही उनके द्वारा इस अवैध कारोबार की सूचना नीचे के अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को सूचना दी गई थी। जदयू नेता के बताया कि स्थानीय लोग यह भी कह रहे हैं कि इसमें पुलिस की भी संलिप्तता है। उसके संरक्षण में ही यह कारोबार वर्षों से क्षेत्र में फल- फूल रहा है। वहीं दूसरी ओर आये दिन पदाधिकारियों और पुलिस द्वारा अवैध बालू कारोबारियों का पता लगाया जा रहा है। कई बार अवैध बालू लदी गाड़ियां पकड़ी भी गई है। कार्रवाई भी हुई है। बावजूद बालू माफिया इसमें सक्रिय है।