पार्टनरशिप में रुपये लेनदेन को लेकर तकरार, एक- दूसरे पर प्राथमिकी
शहर की पीएनटी कॉलोनी में बुधवार को नाटकीय ढंग से ठीकेदार को अगवा कर मुक्त कर देने के मामले में दोनों पक्षों द्वारा मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
समस्तीपुर । शहर की पीएनटी कॉलोनी में बुधवार को नाटकीय ढंग से ठीकेदार को अगवा कर मुक्त कर देने के मामले में दोनों पक्षों द्वारा मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एक पक्ष के बरबट्टा निवासी संवेदक भोला राय ने बताया कि आजाद नगर निवासी विदेश्वरी प्रसाद के साथ पार्टनरशिप पर ठीकेदारी करते थे। पार्टनशिप के दस्तावेज पर संयुक्त रूप से साझेदारी है। उन्होंने एक करोड़ सत्रह लाख रुपये पूंजी के रूप में निवेश किया। मेसर्स विदेश्वरी प्रसाद के नाम से फार्म बना रखा था। उसके साथ सरकारी विभागों से कॉन्ट्रैक्ट लेकर लगभग 75 करोड़ रुपये निर्माण का कार्य किया। इसके बदले सरकारी विभागों द्वारा योजना मद से भुगतान की गई राशि विदेश्वरी प्रसाद के ही खाते में ही जमा होती रही। वह अपने नाम की जमीन के कई प्लॉट खरीदे, मकान बनाया और निजी कार्य में रुपये खर्च किए। जब, उन्होंने अपने लाभांश का हिस्सा मांगा तो वह देने में आनाकानी करने लगा। पूंजी में लगाए गए रकम भी लौटाने से इन्कार कर दिया और जान मारने की धमकी दी। हाल ही में उसे मारने के लिए अपराधियों को चार लाख की सुपारी दी थी। हालांकि, इसकी भनक लग गई। उन्होंने 20 फरवरी को अनुमंडल पदाधिकारी को एक आवेदन भेजकर जान माल की गुहार लगाई।
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पंचों के बीच आने में आनाकानी इधर, मामले को लेकर गणमान्य लोगों ने मध्यस्थता की। पंचों के बीच लेने देन का हिसाब तय किया गया। वह पंचों के बीच आने में आनाकानी कर रहा था। 18 मार्च को उसे स्कार्पियो से ले जाकर पंचों के बीच उपस्थित कराया। इसी बीच उसके स्वजन ने अपहरण की अफवाह फैला दी। अपहरण की सूचना मिलते ही उसे सकुशल ले जाकर मुसरीघरारी थाना पुलिस को सौंप दिया। उन्होंने पार्टनर विदेश्वरी प्रसाद पर एक करोड़ सत्रह लाख रुपये गबन का अरोप लगाया है। साथ ही, अपहरण के झूठा मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। वहीं, दूसरे पक्ष के आजाद नगर निवासी संवेदक विदेश्वरी प्रसाद के पुत्र विवेक कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज गई है। बताया कि रोज की तरह सुबह घर से टहलने के लिए निकले। इस क्रम में पीएनटी कॉलोनी के निकट स्कार्पियो पर सवार चार-पांच की संख्या में बदमाशों ने उसके पिता को जबरन स्कार्पियो पर बैठाकर अगवा कर लिया। पैसे के लेने देने को लेकर विवाद चल रहा था। भोला राय के द्वारा अपहरण की आशंका व्यक्त की। घटना को लेकर संवेदक भोला राय ने पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या ने बताया कि दोनों पक्ष द्वारा आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। न्यायिक अभिरक्षा में आरोपित को जेल भेजा गया है। इधर, घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। मामला, हाईप्रोफाइल होने के कारण लोगों की जुबान पर पर चर्चा का विषय है।