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गलती विभाग की, खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता

समस्तीपुर। विद्युत आपूर्ति में जबरदस्त सुधार के बावूद विपत्र की गड़बड़ी के कारण विभाग उपभोक्ताओं की आंख में खटक रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 11:22 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 11:22 PM (IST)
गलती विभाग की, खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता
गलती विभाग की, खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ता

समस्तीपुर। विद्युत आपूर्ति में जबरदस्त सुधार के बावूद विपत्र की गड़बड़ी के कारण विभाग उपभोक्ताओं की आंख में खटक रहा है। वहीं मीटर री¨डग के कार्य में गड़बड़ी से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है। परिणाम यह कि गलती विभाग की और खामियाजा उपभोक्ता भुगत रहे हैं। इसमें सुधार के लिए उपभोक्ताओं को महीना दिन तक विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है। ऐसे में बिल से ज्यादा पैसा खर्च हो जाता है। उसपर से उपभोक्ताओं के कई निजी कार्य भी प्रभावित हो जाते हैं। हद तो तब हो जाती है जब बार बार चक्कर लगाने के बावजूद उपभोक्ताओं को निराश होकर वापस लौटना पड़ता है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में केरोसिन खपत में कमी नहीं आयी है। उपभोक्ताओं का कहना है कि इलेक्ट्रोनिक मीटर में बिजली बिल गडबड़ी की समस्या है। ऐसे कई मामलों की शिकायत विद्युत विभाग में की गई। लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ससमय बिजली बिल जमा नहीं करने पर उपभोक्ताओं से अधिक सरचार्ज जमा करना होता है। इसके बावजूद अधिक दिनों तक जमा नहीं करने पर विद्युत कनेक्शन काट जाता है। मीटर ठीक फिर भी एवरेज बिल बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत है कि उनके घर लगा मीटर ठीक है तो क्यों नियमित तौर पर उनके यहां मीटर री¨डग नहीं होती है। उपभोक्ताओं के अनुसार एवरेज आधार पर विभाग कैसे बिजली बिल का निर्धारन करता है यह भी समझ से परे हैं। क्योंकि एवरेज बिल के तौर पर भी विभाग हर महीने अलग-अलग राशि चार्ज करता है। एवरेज बिजली बिल तथा बिना री¨डग के बिजली बिल भेजने से भी उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है। क्या कहते हैं उपभोक्ता - मीटर री¨डग करने वाला गडबडी करता है। और उपभोक्ताओं को दौड लगानी पडती है। कभी कभी महीनों मीटर री¨डग नही की जाती है। अइंदाज से भेज दिया जाता है। यह बडी समस्या बन गई है मीटर की समय समय पर जांच कराई जाए

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रजनीश कुमार, ताजपुर रोड

- ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्ता बिजली बिल के जमा करने के लिए दौड लगाते हैं। कनेक्शन लेने के बाद पहला बिल ही नहीं दिया जाता है। बिजली बिल में गडबडी में सुधार नहीं किया जाता है। एक तरह के मामले में किसी का बिल पूरी तरह घटा दिया जाता है तो दूसरा दौड लगाता है।

राजू कुमार, धर्मपुर


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