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सुविधा पूर्ण, चिकित्सक नहीं, समस्‍तीपुर में कैसे सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

Samastipur news प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर में चार चिकित्सक का स्वीकृत पद हैं महज मात्र दो चिकित्सक। जिसमें एक प्रभारी व दूसरे दन्त चिकित्सक नीतीश कुमार है। लिपिक व फार्माशिष्ट का पद रिक्त है। कार्यालय परिचारी के स्वीकृत पांच पदों में सिर्फ एक पदस्थापित।

By Vinod GiriEdited By: Dharmendra Kumar SinghPublished: Sun, 11 Sep 2022 12:55 AM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2022 12:55 AM (IST)
सुविधा पूर्ण, चिकित्सक नहीं, समस्‍तीपुर में कैसे सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था
अस्पताल का भवन समेत अन्य सुविधाएं तो मुहैया कराई गई पर चिकित्सक की व्यवस्था नहीं। फोटो- जागरण

समस्‍तीपुर। प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सुविधा तो बढा दी गई लेकिन चिकित्सक नही है। महज दो चिकित्सकों के भरोसे यह अस्पताल चल रहा है। सवा दो लाख की आबादी को इलाज के लिए प्रखण्ड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ख़ानपुर ही आना पड़ता है। अस्पताल का भवन, उपस्कर समेत अन्य सुविधाएं सरकार के द्वारा तो मुहैया कराई गई है, लेकिन चिकित्सक की व्यवस्था नही की गई है। जबकि यहां दो सौ से तीन सौ मरीज प्रतिदिन पहुंचते हैं।

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बताया जाता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों की सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बहुत सारी जरूरत की चीजें मुहैया कराई गई है। जिसमें मरीजों माप, वजन, आरभीएस, ब्लड प्रेशर, एचआईवी, भीडीआरएल, हीमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस सहित सभी प्रकार की जांच की सुविधा है। प्रत्येक दिन 200 से 300 मरीज ओपीडी में आते हैं। कभी- कभी यह संख्या बढ़ भी जाती है। प्रसव पूर्व महिलाएं को देखने की तिथि प्रत्येक महीना के 9 एवं 21 तारीख का समय निर्धारित है।

उस दिन मरीजों को देखने के साथ उन्हें नाश्ता भी कराया जाता है। स्वस्थ बच्चे को जन्म को लेकर फॉलिक एसिड की 180 टेबलेट, कैल्शियम की 180 टेबलेट दी जाती है। प्रसव के बाद भी ये दोनों दवा दी जाती है। प्रसव के पश्चात 9 ग्राम से कम हिमोग्लोबिन वाले मरीजों को आशा एवं एएनएम द्वारा घर- जाकर निगरानी भी रखी जा रही है। ओपीडी में 86 तरह की दवा उपलब्ध है लेकिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत मात्र दो चिकित्सक पदस्थापित हैं। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि संसाधन तो उपलब्ध है पर चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था में समस्या उत्पन्न हो रही है। प्रखंड में 19 स्वास्थ्य उपकेंद्र है। एएनएम की स्वीकृत का पद 28 में 11 पद रिक्त हैं। तीन अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। नत्थुद्वार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का अपना भवन नही है। यह केंद्र पंचायत भवन में चल रहा है। यहां डा. प्रमेन्द्र कुमार पदस्थापित है। मसीना अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में डा. गिरीन्द्र मोहन झा पदस्थापित है। भवन निर्माण के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी का आदेश मिल चुका है। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र गुदारघाट सिर्फ नाम का है। वहां न तो चिकित्सक पदस्थापित हैं और न ही एएनएम ही। सभी पद वहां का रिक्त है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर में चार चिकित्सक का स्वीकृत पद हैं जिसमें मात्र दो चिकित्सक हैं। जिसमें एक प्रभारी और दूसरा दन्त चिकित्सक नीतीश कुमार है। लिपिक का एक पद स्वीकृत है, पर वह भी रिक्त है। फार्माशिष्ट का एक पद भी रिक्त है। कार्यालय परिचारी के स्वीकृत पांच पदों में मात्र एक पदस्थापित हैं। आशा का स्वीकृत पद 195 में 181 पदस्थापित है, 14 पद रिक्त है। महिला विशेषज्ञ एवं आंख रोग विशेषज्ञ, हड्डी विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी के कारण क्षेत्र के लोगों को समूचित इलाज नही हो पा रहा है। जिससे यहां के लोगों को परेशानी हो रही है।


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