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बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी के बाद भी खतरा टला नहीं

समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। मंगलवार को पिछले 24 घंटे में जलस्तर 16 सेमी कम हुआ। लेकिन खतरे के निशान से अभी भी 2.53 मीटर ऊपर बह रही है। बीते तीन दिनों में जलस्तर घटने का सिलसिला जारी है। इससे लोगों को एक उम्मीद जगी है। हालांकि तटबंध पर अभी भी पानी का दबाव है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 01:53 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 01:53 AM (IST)
बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी के बाद भी खतरा टला नहीं
बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी के बाद भी खतरा टला नहीं

समस्तीपुर । समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। मंगलवार को पिछले 24 घंटे में जलस्तर 16 सेमी कम हुआ। लेकिन, खतरे के निशान से अभी भी 2.53 मीटर ऊपर बह रही है। बीते तीन दिनों में जलस्तर घटने का सिलसिला जारी है। इससे लोगों को एक उम्मीद जगी है। हालांकि, तटबंध पर अभी भी पानी का दबाव है। संभावित खतरे को लेकर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। नदी के दोनों ओर तटबंध पर चौकस सुरक्षा व्यवस्था है। जिला प्रशासन द्वारा तटबंध किनारे लोगों को सावधान, सतर्क और सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है।

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आपदा प्रबंधन शाखा के मुताबिक मंगलवार को बीते तीन दिनों से बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर घीरे घीरे कम हो रहा है। 2 अगस्त को नदी का जलस्तर 48. 60 मीटर था। तीन दिनों में 34 सेमी जलस्तर नीचे की ओर खिसका है। इससे अनुमान है कि अब धीरे धीरे नदी का जलस्तर सामान्य हो जाएगा।मंगलवार शाम समस्तीपुर रेलवे पुल के निकट बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 48.26 मीटर था। जबकि खतरे का लाल निशान 45.72 है। वहीं उच्चतम जलस्तर का मानक 48.73 है। यानी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.53 मीटर ऊपर है।


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