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खानपुर में एक्सपायर दवा पिलाने से आठ बच्चे गंभीर रूप से बीमार

खानपुर प्रखंड के सिरोपट्टी गांव में एक्सपायर दवा पिलाने से आठ बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो गए। सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 11:53 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 11:53 PM (IST)
खानपुर में एक्सपायर दवा पिलाने से आठ बच्चे गंभीर रूप से बीमार
खानपुर में एक्सपायर दवा पिलाने से आठ बच्चे गंभीर रूप से बीमार

समस्तीपुर । खानपुर प्रखंड के सिरोपट्टी गांव में एक्सपायर दवा पिलाने से आठ बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो गए। सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। सिविल सर्जन के आदेश पर जिला स्तरीय टीम ने गांव में पहुंचकर इसकी जांच की।

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जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सिरोपट्टी गांव में एएनएम साधना कुमारी के द्वारा जून माह में एक्सपायर हो चुकी फोलिक एसिड सिरप का वितरण किया गया। अभिभावकों ने अपने-अपने बच्चों को दवा पिलाई। दवा पिलाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को उल्टी होने लगी। वहीं जीभ काली पड़ गई। कुछ को पेट में दर्द की भी शिकायत हुई। इस तरह की शिकायत शिवानी कुमारी पिता संजय राम, शिवानी कुमारी पिता पप्पू राम, रीता कुमारी, रोहित कुमार, दोनों पिता गंगेश राम, संजना कुमारी पिता अमर राम, लक्ष्मी कुमारी पिता पवन राम, रितेश कुमार एवं ऋषि कुमार दोनों पिता सज्जन राम सहित 8 बच्चों में मिली। बच्चों की गंभीर हालत देख परिवार के लोगों के द्वारा तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के बाद सभी बच्चे सुरक्षित घर लौट गए। घटना की सूचना पर शनिवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम सिरोपट्टी पहुंचकर जांच की। सभी बच्चों को निरीक्षण किया। निरीक्षण में सभी आठ बच्चे सही सलामत स्वस्थ पाए गए। टीम में शामिल जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. सतीश कुमार, डीएमओ. डा. विजय कुमार, खानपुर उपस्वास्थ्य केंद्र के डा.गिरेंद्र मोहन झा, स्वास्थ्य प्रबन्धक अमनानुल्लाह शामिल थे। इस दौरान डीआइओ ने बताया कि भूलवश एक कार्टन दवा जून माह में एक्सपायर हो चुकी थी, उसी के बगल में अगस्त माह में एक्सपायर होने वाली दवा का कार्टन रखा गया था। अगस्त वाले कार्टन से दवा नहीं लेकर जून माह में एक्सपायर हो चुकी दवा का बिना देखे वितरण कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है। जांच में सभी बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा मिला है। इसमें दोषी स्वास्थ्य कर्मियों पर आवश्यक कारवाई की जाएगी।

दूसरी ओर सूत्रों की माने तो दवा के रखरखाव एवं वितरण की जिम्मेवारी फार्मासिस्ट की है। एएनएम को वितरण के लिए वे ही दवा देते हैं। जिले से उपलब्ध कराई जानेवाली दवा का समय पर वितरण नहीं हो पाने के कारण जब एक्सपायर होने का समय नजदीक आता है तो जैसे-तैसे उसे एएनएम को थोप दिया जाता है। वर्षो से फार्मासिस्ट द्वारा दवा भंडार का निरीक्षण नही कराया गया है। दवा भंडार के निरीक्षण से पता चलेगा कि कितनी दवा एक्सपायर हो चुकी है। भंडार में काफी मात्रा में एक्सपायर दवा होने की संभावना है।


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