टिकट परीक्षकों की कमी से यात्री सुविधा प्रभावित
समस्तीपुर। स्थानीय जंक्शन पर टिकट परीक्षकों की कमी से यात्री सुविधा प्रभावित हो रही है। इससे यात्रियों की टिकट जांच नहीं हो पा रही है।
समस्तीपुर। स्थानीय जंक्शन पर टिकट परीक्षकों की कमी से यात्री सुविधा प्रभावित हो रही है। इससे यात्रियों की टिकट जांच नहीं हो पा रही है। इससे जंक्शन परिसर में अनाधिकृत रूप से लोग घुमते नजर आ रहे हैं। साथ ही बिना प्लेटफॉर्म टिकट के ही परिसर में प्रवेश कर जाते है। इसके अलावा 24 घंटें आवश्यक यात्री सुविधा जैसे - चिकित्सा सुविधा, स्ट्रेचर, व्हील चेयर, शवों का निस्तारण, कुलियों की उपस्थिति, आरक्षण चार्ट, ईडीआर, टीडीआर, टिकट का एक्सटेंशन या कंभर्सन, विश्रामालय की देखरेख आदि प्रत्येक शिफ्ट में दल प्रभारी द्वारा संचालित करना है जो पूर्णत: बंद होना स्वभाविक है। साथ ही पांच को पूछताछ केंद्र में विरमित करने के बाद से 24 घंटे आवश्यक यात्री सुविधा का कार्य बंद है। प्लेटफॉर्म टिकट भी जारी कर रहे टिकट परीक्षक
टिकट निरीक्षक कार्यालय में 26 स्वीकृत पदों में से मात्र 9 ही पदस्थापित है। पूछताछ केंद्र में एजेंसी के जिम्मे ड्यूटी लगाने के बाद इन्हें सहयोग करने के लिए पांच को ड्यूटी पर लगाया गया है। जंक्शन पर टिकट निरीक्षक कार्यालय में मात्र चार टिकट परीक्षक शेष बचे है। जिन्हें प्लेटफॉर्म टिकट एवं ऑनलाइन विश्रामालय बुकिग काउंटर पर तैनाती की गई है। टिकट परीक्षक से पूछताछ कार्यालय के समीप ही प्लेटफॉर्म टिकट जारी काउंटर पर ड्यूटी में लगाया गया है। जिन्हे प्लेटफॉर्म टिकट जारी करना नहीं आता है। इस कारण काउंटर पर लंबी कतार लग जाती है। साथ ही टिकट परीक्षक वरीय कर्मी से पूछपाछ कर यात्री के लिए प्लेटफॉर्म टिकट जारी कर रहे है। विदित हो कि महाप्रबंधक वाणिज्य द्वारा पांच वर्षों की आय से संबंधित रिपोर्ट की निरीक्षण के उपरांत यह निष्कर्ष दिया गया था कि जब-जब टिकट परीक्षकों की गेट एवं प्लेटफॉर्म टिकट जांच में तैनाती रही तब-तब काउंटर सेल में बढ़ोत्तरी हुई है।