दिव्यांगों ने उठाई आवाज, रोसड़ा को मिले जिले का दर्जा
रोसड़ा को जिला का दर्जा देने के लिए जारी आंदोलन के 16वें दिन भी अनुमंडलवासियों ने धरना प्रदर्शन किया। इस बीच गुरुवार को धरना स्थल पर पहुंचे दिव्यांगों ने भी एक सूत्री मांग के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की।
समस्तीपुर । रोसड़ा को जिला का दर्जा देने के लिए जारी आंदोलन के 16वें दिन भी अनुमंडलवासियों ने धरना प्रदर्शन किया। इस बीच गुरुवार को धरना स्थल पर पहुंचे दिव्यांगों ने भी एक सूत्री मांग के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की। धरना सभा की अध्यक्षता करते हुए आदर्श विकलांग सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने रोसड़ा को अब तक जिला का दर्जा नहीं मिलने से रोसड़ावासियों के साथ सरकार का छलावा करार दिया। वर्ष 1994 में हुए जिला की घोषणा पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार घोषणा के बाद उद्घाटन की तिथि तय हो गई और ऐन मौके पर इसे रद कर तत्कालीन सरकार द्वारा यहां के लोगों के भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया। सरकार बदलने के बाद लोगों में एक बार फिर आस जगी थी। लेकिन वर्तमान बिहार सरकार द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं देना निश्चित रूप से यहां के लिए विडंबना ही माना जाएगा। उन्होंने इस लड़ाई में पूर्ण समर्थन देने का दावा करते हुए आमलोगों से भी अपने हक के लिए अधिक से अधिक संख्या में आगे आने की अपील की। मौके पर दिनेश्वर प्रसाद, अमरनाथ भारती, लक्ष्मण पासवान, टुनटुन पासवान, विवेकानंद झा, सच्चिदानंद शर्मा, रामचन्द्र पंडित, सुधीर कुमार मिश्र, चन्द्रभूषण, मो. अनवर, रामसेवक रजक, नरेन्द्र कुमार किग, रत्नेश्वर यादव, सतीश राजा, शशांक राज, चंदन कुमार, फैसल रहमान, मो. अनवर तथा अविनाश वर्णवाल आदि मुख्य रूप से शामिल थे।