घर के काम में बंटाएं हाथ, रिश्तों को मिलेगी मजबूती
कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर व्यक्तिगत डिस्टेंस का ख्याल है। देश में लॉकडाउन है। इस दौरान कामकाजी महिलाओं की दिनचर्या सिमट गई है। महिलाओं की मानें तो ह्यूमैन डिस्टेंसी बनाए रखने के लिए घरों में कैद होना है तो इसे अपने तरह से फुल एंटरनमेंट क्यों न किया जाए।
समस्तीपुर । कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर व्यक्तिगत डिस्टेंस का ख्याल है। देश में लॉकडाउन है। इस दौरान कामकाजी महिलाओं की दिनचर्या सिमट गई है। महिलाओं की मानें तो ह्यूमैन डिस्टेंसी बनाए रखने के लिए घरों में कैद होना है तो इसे अपने तरह से फुल एंटरनमेंट क्यों न किया जाए। कुछ नया करें, कुछ डिफरेंट करें। खाने में नया आजमाएं।
फैशन डिजायनर दलसिंहसराय के रामपुर जलालपुर की अर्चना कुमारी कहती हैं कि सामान्य दिनों में कामकाज के लिए बाहर आना-जाना लगा रहता है। इन दिनों घर में फ्री हैं और उनकी शुरू से ही आध्यात्मिक किताबें पढ़ने में रुचि रही है। बेशक ये किताबें वह रोजाना पढ़ती हैं, पर इन दिनों किताबों को पढ़ने का समय बढ़ा दिया है। अब तीन से चार घंटे तक ये किताबें पढ़ रही हैं। इसके साथ ही किचन में कूकिग करती हैं। दिनचर्या को बेहतर बनाने के लिए समय-सारणी बनाई है। उसी के हिसाब से घरों में रहते हुए ही सब कुछ ऑफिस की तरह करती हैं।
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बच्चों के साथ व्यतीत कर रहीं समय
विद्यापतिनर प्रखंड की शिक्षिका रेणु कुमारी बताती हैं कि वह अपनी दिनचर्या को अपने बच्चों के साथ बिताने पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। बताती है कि पति राजेश पंडित पेशे से डॉक्टर हैं। वह हमेशा अस्पताल में रहते हैं। वह भी स्कूल चली जाती थीं। इस कारण बच्चों के साथ समय कम दे पाती थीं। अब लॉकडाउन होने के कारण बच्चों के साथ समय व्यतीत कर पाती हैं। बच्चों की पंसद की डिश यूट्यूब पर देखकर बनाती हैं।