उर्दू के विकास के लिए मिले आयाम
शहर के नगर भवन में गुरुवार को उर्दू भाषी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के निर्देश के आलोक में आयोजित इस प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
समस्तीपुर । शहर के नगर भवन में गुरुवार को उर्दू भाषी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के निर्देश के आलोक में आयोजित इस प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उर्दू के विकास पर भी चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि बिहार में उर्दू द्वितीय राजभाषा है। सरकार का निर्देश है कि सभी स्कूलों एवं अन्य सरकारी संस्थानों में उर्दू में भी नामपट लिखा जाए। इस निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाना चाहिए। समाहरणालय, अनुमंडल एवं प्रखंडों में कार्यरत उर्दू अनुवादकों ने भी इसमें हिस्सा लिया। उर्दू के विकास पर विमर्श किया गया। जिला उर्दू कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी अनीश कुमार सिन्हा ने उर्दू की प्रगति के लिए जिले में किए गए कार्यो की जानकारी दी। वहीं प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आए प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार का वितरण भी किया। मौके पर काफी संख्या में उर्दू से जुड़े जानकार भी मौजूद थे।