कोरोना वायरस से लड़ने को डीजल शेड ने तैयार किया हैंड सैनिटाइजर
कोविड-19 के प्रसार के खतरे को कम करने और बुनियादी स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए समस्तीपुर रेल मंडल में डीजल शेड के कर्मियों ने 30 लीटर (30 एमएल का 100 बोतल) से अधिक सैनिटाइजर बनाया है। इस सैनिटाइजर की खासियत यह है कि ये हर्बल हैंड है। यह सैनिटाइजर कार्यरत कर्मियों में मुफ्त में बांटा जाएगा।
समस्तीपुर । कोविड-19 के प्रसार के खतरे को कम करने और बुनियादी स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए समस्तीपुर रेल मंडल में डीजल शेड के कर्मियों ने 30 लीटर (30 एमएल का 100 बोतल) से अधिक सैनिटाइजर बनाया है। इस सैनिटाइजर की खासियत यह है कि ये हर्बल हैंड है। यह सैनिटाइजर कार्यरत कर्मियों में मुफ्त में बांटा जाएगा। डीजल शेड के सीनियर डीएमई (डीजल) महानंद झा ने बताया कि सैनिटाइजर बनाया गया है। डीजल शेड में कार्यरत कर्मियों को इसका उपयोग कराया जा रहा है।
डीजल शेड लेबोरेटरी के अधिकारी आलोक कुमार ने इस हैंड सैनिटाइजर तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। आइसोप्रोपेनॉल अल्कोहल, हाइड्रोजन परऑक्साइड और ग्लिसरीन से निर्मित इस सैनिटाइजर मं डिस्टिल्ड पानी भी मिला है। तीनों को मिश्रित कर इसका निर्माण किया गया है। इसमें जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और ज्वलनरहित हर्बल सामग्री शामिल है। यह एक उत्कृष्ट मॉइस्चराइजर का काम भी करता है। दावा है कि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन और रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की सिफारिशों के अनुरूप विकसित किया गया है। डीजल शेड में बनाया गया यह उत्पाद बुनियादी स्वच्छता को बढ़ावा देने में पूरे समाज के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। सुरक्षित परिचालन को किया जा रहा सैनिटाइज्ड
रेल मंडल प्रशासन ने कोरोना वायरस से हार नहीं मानने की ठान रखी है। कोरोना को हराने के लिए रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक मुहिम चला रखी है। मुहिम है कि अपने संसाधनों को साफ एवं सैनिटाइज्ड रखने और कर्मियों को कोरोना से बचाने की। लॉकडाउन की समाप्ति के बाद रेलवे परिवहन के क्षेत्र में आने वाले चुनौतियों से निपटने की। माल गाड़ियों का सफल परिचालन किया जा रहा है। इसके परिचालन, अनुरक्षण अथवा साफ-सफाई से जुड़े हो। सभी अपनी कर्तव्यनिष्ठा और कर्मठता से कोरोना पर जीत हेतु 24 घंटे कार्य रहे हैं। सुरक्षित परिचालन के लिए इंजनों को भी सैनिटाइज्ड कर रहे हैं।