भिरहा में विवाहिता की हुई संदेहास्पद स्थिति में मौत
रोसड़ा थाना के भिरहा गांव में एक विवाहिता की मौत संदेहास्पद स्थिति में हो गई है। गुरुवार की शाम हुई मौत की सूचना मिलने पर शुक्रवार की सुबह पहुंची रोसड़ा पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया है।
समस्तीपुर । रोसड़ा थाना के भिरहा गांव में एक विवाहिता की मौत संदेहास्पद स्थिति में हो गई है। गुरुवार की शाम हुई मौत की सूचना मिलने पर शुक्रवार की सुबह पहुंची रोसड़ा पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया है। घटना स्थल पर सुदामा की पीट-पीटकर और गला दबाकर हत्या की चर्चा की जा रही थी। हालांकि मृतका की मां रेखा देवी घटना के संबंध में साफ-साफ कुछ भी जानकारी नहीं दे पा रही थी। अचानक बेटी के कौमा में जाने एवं जगह-जगह ग्रामीण चिकित्सक के साथ-साथ अनुमंडलीय अस्पताल तक जाने और वहां से चिकित्सक द्वारा मृत घोषित करने पर लौटने की बात कह रही थी। लेकिन मृत सुदामा के गले में पड़ा निशान तथा चेहरा एवं आंख पर का सूजन देखकर गांव के लोग हत्या किए जाने की बात कह रहे थे। जानकारी के अनुसार स्व. रामउदगार दास की पुत्री सुदामा की शादी महज एक वर्ष पूर्व ही दल¨सहसराय के अशोक दास के साथ हुई थी। वह चार माह पूर्व ससुराल से मायके आयी थी। मां की मानें तो गुरुवार की शाम करीब चार बजे एक पड़ोसी की बच्ची के साथ घर से निकली थी। करीब दो घंटे बाद वापस लौटने पर पड़ोसी द्वारा डांट-फटकार करने के पश्चात वह जाकर सो गयी। संध्या 7 बजे जब मां उसे जगाने गई तो उसे अचेतावस्था में पाया। स्थानीय लोगों के सहयोग से गांव के ग्रामीण चिकित्सक के यहां ले जाने और उन लोगों द्वारा देखने से इंकार करने पर अनुमंडल अस्पताल रोसड़ा ले जाने की बात कही। वहां भी बगैर किसी इंट्री के डॉक्टर द्वारा सुदामा को मृत बताकर वापस लौटाने की बात कही। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि अभी इस घटना में कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेजा गया है। रिपोर्ट आने के पश्चात ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
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दो के विरूद्ध पॉस्को एक्ट के तहत दर्ज कराई थी शिकायत
रोसड़ा,संस : महज 18 वर्ष की उम्र में जीवन लीला समाप्त होने वाली सुदामा का छोटा सा जीवन बड़ा ही कष्टदायी रहा। दो वर्ष पूर्व 2016 में बगल के ही कतिपय लोगों द्वारा उसे हवस का शिकार बनाया गया था। इस संबंध में सुदामा के बयान पर रोसड़ा थाना में पॉस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या 208/2016 दर्ज कराई गई थी। जिसमें गांव के ही दो सहोदर भाइयों दीपक दास एवं पंकज दास को आरोपित किया गया था। जिसमें से पंकज दास आज भी जेल में बंद है। जबकि दीपक दास को वरीय पुलिस पदाधिकारी द्वारा किए गए पर्यवेक्षण में दोषमुक्त करार दे दिया गया था। पिता की मृत्यु के बाद चाय की दुकान चलाकर जीवनयापन करने वाली मां मीरा देवी ने अपने रिश्तेदारों के प्रयास से सुदमा की शादी दल¨सहसराय के अशोक दास से कर दी थी। शादी के बाद सुदामा ससुराल गयी और चार माह पूर्व ही अपने मायके भिरहा आयी थी। घर की महिलाओं की माने तों पौष माह की समाप्ति के बाद वह ससुराल वापस लौटने वाली थी। लेकिन विधि का विधान कुछ और ही था। शुक्रवार की सुबह मीरा देवी के घर के सामने जुटे सैकड़ों लोगों के बीच संदेहास्पद मौत को ले कई प्रकार की चर्चाएं की जा रही थी। पड़ोसी के द्वारा की गई मारपीट से हुई मौत या स्वयं की आत्महत्या को ले चर्चा का दौर जारी था। जबकि मृतका की मां एवं बहनें सुदामा के शव से लिपट कर दहाड़ मारकर रो रही थी। आस-पास की महिलाओं द्वारा लगातार ढाढस बंधाने का प्रयास भी जारी था।