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कूड़े के ढेर पर मिला दो नवजात का शव, नोच रहे थे कुत्ते

समस्तीपुर। शहर के मोहनपुर रोड स्थित एक निर्माणाधीन भवन के निकट कूड़े के ढेर पर नवजात बच्ची का शव मिला।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 11:44 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 06:11 AM (IST)
कूड़े के ढेर पर मिला दो नवजात का शव, नोच रहे थे कुत्ते
कूड़े के ढेर पर मिला दो नवजात का शव, नोच रहे थे कुत्ते

समस्तीपुर। शहर के मोहनपुर रोड स्थित एक निर्माणाधीन भवन के निकट कूड़े के ढेर पर नवजात बच्ची का शव मिला। कुत्ते शव को नोच रहे थे। मुंह में दबाकर इधर-उधर भाग रहे थे। इस विदारक ²श्य को देख सनसनी फैल गई। लोगों का कलेजा मुंह को आ रहा था। देखते-देखते काफी संख्या में लोग जुट गए। लोगों ने कुत्तों को मारकर भगाया। कुछ लोगों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। शव पर 29 फरवरी 2020, भारती हॉस्पीटल, एसएफ-01 का एक लेबल चस्पा है। बताया जा रहा कि कूड़े के ढेर पर काफी मात्रा में मेडिकल वेस्टेज पड़ा था। उसी के पास शव को फेंक दिया गया था। आशंका जताई जा रही कि अस्पताल में बच्ची की मौत के बाद उसे फेंक दिया गया होगा।बता दें कि हाल ही आठ फरवरी को शहर के काशीपुर चौक के निकट कूड़े के ढेर से झोले में बंद एक नवजात का शव मिला था। सूत्रों की मानें तो घटनास्थल के आसपास अवैध रूप से कई नर्सिंग होम संचालित हैं। गर्भपात या प्रसव के दौरान शिशु की मौत होने पर डब्बे में बंद कर कचरे पर फेंक दिया जाता है। कुत्ते उन्हें अपना निवाला बनाते हैं।

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बेफिक्र हैं कोख के कातिल

सरकार लिग अनुपात को संतुलित करने का दावा जरूर कर रही। पर, यहां गर्भपात के घिनौने धंधेबाजों पर न तो जिला प्रशासन का काबू है और न ही स्वास्थ्य महकमा का प्रभाव। शहर में गर्भपात का धंधा जोरों पर है। लेकिन, इस गंदे खेल में महकमे का नकेल बेहद कमजोर है। तभी तो बेफिक्र हैं, यहां कोख के कातिल। इस बात की पोल भी खुल चुकी है। जब सड़क और अस्पताल परिसर में ही भ्रूण को आवारा जानवर नोच रहे हैं। इस घटना की हर तरफ चर्चा है। सोमवार की घटना मानवता को शर्मसार करनेवाली है। लेकिन, स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन को कोई मतलब नहीं। कहीं भी ऐसी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके भय इस धंधे को विराम लगा सके।

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शहर में कुकरमुत्ते की तरह फैले नर्सिंग होम

जिले में में दर्जन भर ऐसे नर्सिंग होम हैं, जहां भ्रूण जांच आदि होती है। वह भी ऐसे चिकित्सक के हाथों, जिनके पास न तो डिग्री है और न ही क्लीनिक पंजीकृत है। इन निजी अस्पतालों में हर रोज ऐसे मामले होते रहते हैं। अभी हाल ही में दलसिंहसराय में भी नवजात का शव मिला था, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। हसनपुर में भी कुछ दिन पहले स्कूल के पास एक नवजात का शव मिला था।


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