रोसड़ा में कोरोना संक्रमित मरीजों का प्रतिदिन बढ़ रहा ग्राफ
रोसड़ा में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा होने लगा है। सोमवार को भी एक युवक की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। थाना क्षेत्र के हिरमिया निवासी 22 वर्षीय प्रवासी कोलकाता से रोसड़ा आया था।
समस्तीपुर । रोसड़ा में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा होने लगा है। सोमवार को भी एक युवक की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। थाना क्षेत्र के हिरमिया निवासी 22 वर्षीय प्रवासी कोलकाता से रोसड़ा आया था। एक सप्ताह तक क्वारंटाइन सेंटर में रहने के पश्चात विगत 20 मई को उसे अनुमंडलीय अस्पताल स्थित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया गया था। उसी दिन कोविड-19 जांच के लिए सैंपल कलेक्शन कर जांच केंद्र भेजा गया था। पांचवें दिन मिली रिपोर्ट में वह पॉजिटिव पाया गया है। देर रात रिपोर्ट मिलते ही युवक को आइसोलेशन सेंटर से समस्तीपुर स्थित कोविड सेंटर स्थानांतरित कर दिया गया है। 22 वर्षीय इस युवक के पॉजिटिव मिलने के साथ ही रोसड़ा क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। बताते चलें कि एक दिन पूर्व रविवार को भी तीन पॉजिटिव पाए गए थे। जिसमें हिरमिया निवासी उक्त युवक के चाचा के साथ एक बटहा और एक पांचोपुर का युवक भी शामिल था। क्षेत्र में आधा दर्जन मरीजों के साथ कोरोना ने दस्तक दिया था। जिसमें कोलकाता से आए रोसड़ा, शिवाजीनगर एवं हसनपुर क्षेत्र के मरीज शामिल थे। महज दो दिन बाद ही दिल्ली से आए बिथान का एक युवक पॉजिटिव निकला। तत्पश्चात खैरा के पांच, भटोतर एवं एरौत मुशहरी के एक-एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। दहशत और खौफ के बीच लोग अब व्यवस्था पर भी अंगुली उठाने लगे हैं। हिरमिया गांव में भी भय का माहौल है। हालांकि पॉजिटिव युवक सीधे क्वारंटाइन सेंटर ही पहुंचा था। बावजूद गांव के वार्ड नंबर- 7 के लोग पूरी तरह सहमे हैं। ट्रक से पहुंचे सकरी, वहां से पैदल पहुंच गया रोसड़ा
वर्षों से कोलकाता के मटियाबुर्ज में मजदूरी कर रहा युवक ट्रक पर सवार होकर वहां से मधुबनी जिला के सकरी पहुंचा था। जानकारी के अनुसार बस पर करीब एक सौ लोग सवार थे। जिसमें अधिकांश लोग मधुबनी एवं दरभंगा जिला के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले थे। जबकि चार लोग रोसड़ा थाना के हिरमिया के भी सवार थे। ट्रक से उतरने के बाद वहां से पैदल ही चारों घर की ओर रवाना हो गए। 13 मई को रोसड़ा पहुंचने पर सभी को क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिया गया। 1 सप्ताह बाद 20 मई को अन्य और क्वारंटाइंड लोगों के साथ उन चारों को भी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती करा दिया गया। उक्त तिथि को चारों प्रवासियों का सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें से चाचा की रिपोर्ट एक दिन पूर्व पॉजिटिव मिली थी। जबकि भतीजा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। अन्य दो में से एक की निगेटिव तथा दूसरे की रिपोर्ट पेंडिग रहने की बात बताई जाती है।