संक्रमण का ग्राफ गिरा, चेहरे से खिसकने लगा मास्क
समस्तीपुर। कोरोना की दूसरी लहर के अनलॉक में छूट के बाद जिले में लोगों ने लापरवाही शुरू
समस्तीपुर। कोरोना की दूसरी लहर के अनलॉक में छूट के बाद जिले में लोगों ने लापरवाही शुरू कर दी है। लोगों ने इस लहर से अप्रैल और मई माह में कोरोना संक्रमण से हुई मौत से भी अभी तक सीख नही ली है। भले ही मौत और संक्रमण की संख्या कम हो रही है। लेकिन, कोरोना का खतरा अभी टला नही है। कोरोना की तीसरी लहर की भी संभावना जतायी गई है। सामान्य होता जनजीवन संक्रमण के लिए खतरे की घंटी है। सड़कों पर लोग लापरवाह हो गए हैं। सब्जी मंडियों से लेकर अन्य दुकानों पर न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा, न ही अन्य प्रकार की सावधानी बरती जा रही है। न खरीदार सजग हैं, न ही बेचने वाले। सब्जी मंडियों में तो मेले जैसा हाल हैं। यह संक्रमण फैलने की मुख्य वजह है। बाजार समिति में खरीदारी कर रहे ग्राहक मोहन राय ने बताया कि अब तो संक्रमण काल नहीं है। मास्क जेब में है। जरूरत पड़ने पर मास्क फिर पहन लेंगे। वहीं रंजू देवी ने बताया कि अब संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आ गई है। इसके पहले मास्क पहनकर बाजार आते थे। जबकि चिकित्सक डा. संजीव कुमार ने बताया कि मास्क नहीं पहनने का नतीजा दूसरी लहर में देखने को मिला है। फिर से संक्रमण नही बढ़े, इसके लिए मास्क का हर-हाल में उपयोग करना जरूरी है। जरूरत पर ही घर से बाहर निकले।संक्रमण का ग्राफ गिरते ही चेहरे से सरकने लगा मास्क
जिले में कोरोना की दूसरी लहर में 15 मई से कोरोना संक्रमण का ग्राफ घटना शुरू हुआ था। जो अभी तक जारी है। इसके साथ ही लोगों के मुंह पर से मास्क हटने लगे है। जबकि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क का कोई अन्य विकल्प नहीं है, मगर लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं। संक्रमण का ग्राफ गिरते ही लोगों के चेहरे से मास्क सरकना भी शुरू हो गया है। हरेक चौक-चौराहे पर पुलिस मास्क नहीं पहनने वाले के चेहरे देखकर रोक-टोक कर रही है। 19 जून को जिले में 4048 लोगों की कोविड जांच की गई इसमें से महज दस लोग ही संक्रमित मिले। वैसे वर्तमान में कुल 84 मामले सक्रिय हैं।
दो लाख लोगों ने लगवाया टीका
जिले में टीकाकरण जारी है। 45 आयु वर्ग के ऐसे लोगों को कोई रजिस्ट्रेशन नही कराना होता है। मात्र आधार कार्ड लेकर किसी भी टीकाकरण केंद्र पर टीकाकरण हो जाता है। लेकिन, 18 साल की आयु से ऊपर वालों के लिए परेशानी हो रही है। इस आयु वर्ग के लोगों को परेशानी नही हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से घर-घर आरटीपीसीआर वाहन पहुंच रहा है। सिविल सर्जन कार्यालय में रूट चार्ट की तैयारी हो रही है। इसी रूट चार्ट के आधार पर इन आयु वर्ग के लोगों को ग्रामीण क्षेत्र में जाकर टीकाकरण किया जाएगा।