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राजनीति में वंशवाद के खिलाफ रहे जननायक: मंडल

समस्तीपुर। जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर जिले भर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य क

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 11:37 PM (IST)
राजनीति में वंशवाद के खिलाफ रहे जननायक: मंडल
राजनीति में वंशवाद के खिलाफ रहे जननायक: मंडल

समस्तीपुर। जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर जिले भर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य कार्यक्रम कर्पूरीग्राम में हुआ। राजकीय स्तर पर वहां सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इसमें विभिन्न धर्मावलंबियों ने भाग लिया। इसके बाद स्थानीय कॉलेज में एक सभा हुई। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल ने पुराने दिनों की याद भी ताजा की । साथ ही अपने संस्मरण को भी दुहराया। कहा कर्पूरी जी राजनीति में हमेशा वंशवाद के विरोधी रहे। यह वह दौर था, जब बिहार में होने वाले चुनावों में धनबल और बाहुबल का प्रयोग खुलेआम होता था। कर्पूरी जी इसका विरोध करते रहे। वह हमेशा ईमानदार और स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों को ही टिकट देने के पक्षधर रहे।

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प्रजातांत्रिक पद्धति के अंतर्गत लोकदल में पार्टी के संसदीय बोर्ड को चुनाव में उम्मीदवारों को टिकट बंटवारे की खुली छूट थी। जागेश्वर मंडल संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष थे। केंद्रीय नेतृत्व ने राजनारायण को प्रभारी बनाकर पटना भेजा था। संसदीय बोर्ड ने कर्पूरी ठाकुर को समस्तीपुर से और उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को कल्याणपुर क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। जब कर्पूरी को इसकी भनक लगी, तब तक राज नारायण दिल्ली जाने के लिए हवाई जहाज में बैठ चुके थे। कर्पूरी जी किसी तरह हवाई जहाज तक पहुंचे और राज नारायण से उम्मीदवारों की सूची दिखाने का आग्रह किया। सूची में अपने बेटे का नाम देख भड़क गए और सूची से अपना नाम कटा कर लिख दिया कि वे चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं। इस घटना के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया था। सभी लोग दौड़े-दौड़े कर्पूरी के पास पहुंचे और उनसे चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। सभी ने कहा कि रामनाथ वर्षो से राजनीति में है और पार्टी की सेवा कर रहे हैं। कर्पूरी ने कहा कि वह किसी भी तरह से राजनीति में वंशवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहते। आखिरकार पार्टी के वरीय नेताओं ने रामनाथ ठाकुर की कल्याणपुर से उम्मीदवारी खत्म की, तब जाकर कर्पूरी चुनाव लड़ने को तैयार हुए और जीत हासिल की। पूर्व सांसद ने कहा कि कर्पूरी जी हमेशा से अंत्योदय के पक्ष में थे। उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य गरीबों को आर्थिक आजादी दिलाना था। वे वास्तव में संघर्ष पुरुष थे। विशिष्ट अतिथि पद से संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि कर्पूरी जी हमेशा जनता की मांग पर ध्यान देने वाले नेता रहे। जनता की मांग के मुताबिक और कर्पूरी जी की नीति और सिद्धांतों पर राज्य में जद-यू और उसके नेता नीतीश कुमार लगातार काम कर रहे हैं। विधायक विरेंद्र पासवान, राजेश कुमार सिंह, पूर्व मंत्री वैद्यनाथ सहनी, पूर्व विधायक दुर्गो प्रसाद सिंह, राजकुमार राय, जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी, प्रदेश महासचिव डा. दुर्गेश राय, जिला परिषद अध्यक्ष प्रेमलता, नप सभापति तारकेश्वरनाथ गुप्ता, प्रो. शाहिद अहमद, शारिक रहमान लवली, रामबालक पासवान, प्रो. एबाद, राजीव कुमार सिंह, तकी अख्तर, मंजू कुमारी, शकुंतला वर्मा आदि ने संबोधित किया। इसके पूर्व जिला प्रशासन की ओर से समस्तीपुर में उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। मौके पर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, एसपी विकास वर्मन समेत तमाम प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद रहे। आगत अतिथियों का स्वागत राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर ने किया।


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