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कोरोना ने बदली गावों की तस्वीर, कइयों ने बदली अपनी वृति

समस्तीपुर। मार्च 2020 में होली से पूर्व कोरोना महामारी से अंजान अधिकांश गांवों के लोगों की दिनचर्या बहुत ही खुशहाल और सामान्य थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 01:31 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 06:10 AM (IST)
कोरोना ने बदली गावों की तस्वीर, कइयों ने बदली अपनी वृति
कोरोना ने बदली गावों की तस्वीर, कइयों ने बदली अपनी वृति

समस्तीपुर। मार्च 2020 में होली से पूर्व कोरोना महामारी से अंजान अधिकांश गांवों के लोगों की दिनचर्या बहुत ही खुशहाल और सामान्य थी। परंतु होली के कुछ दिन बाद कोरोना ने जैसे-जैसे देश के विभिन्न राज्यों में अपना कदम रखा तो लोग भयग्रस्त होकर अपने जीवन जीने के तौर तरीके बदल लिए। चिकित्सा जगत द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार लोग शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने लगे। इस दौरान देश भर में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हो गई। मजदूर अपना काम छोड़कर घर पर रहने लगे। युवाओं और बच्चों की शिक्षा ठप पड़ गई। महिलाओं की स्वयं सहायता समूह की बैठके बंद हो गई। किसानों की खेतीबाड़ी, खाद और बीज के अभाव में चौपट हो गए। वाहनों का आवागमन बंद होने से मवेशियों का चारा मिलना बंद हो चुका था। लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण कई दुकानदारों ने अपने व्यवसाय तक बदल डाले। लोगों का सड़क पर कम निकलना और किसी प्रकार की बैठक, शिक्षण संस्थानों का बंद रहना, यह गांव की तस्वीर को ही बदल डाला है। मालती निवासी मनोज कुमार सिंह ने पान दुकान बंद होने से अपनी व्यवसाय की रूपरेखा बदल ली अब उसी दुकान को किराना का रूप दे दिया। इनके अलावा कई युवकों ने गांव में घुमकर फल और सब्जी बेचने को विवश हुए। वर्तमान समय में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। ऐसे समय में अधिकतर परिवार के सदस्यों को आर्थिक तंगी है। उपर से महामारी के भय ने लोगों में मानसिक तनाव बढ़ा दिया है। बेटे-बेटियों की शादी-विवाह से लेकर अन्य उत्सव का रंग फीका पड़ गया है। बोले स्थानीय लोग

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राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। कई लोग काल के गाल में असमय चले गए। आमलोगों में दहशत का माहौल बन गया है। बिहार के कई मंत्रियों, विधायको समेत उनके कनिष्ट कर्मी संक्रमित हो गए हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिला समेत समूचे बिहार में कम से कम 10 दिन तक पूर्ण लॉकडाउन लगाना जरुरी है। ताकि लोगों में संक्रमण का फैलना कम हो। सुनीता शर्मा समाजसेविका, उजियारपुर

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कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोगों को भयभीत नहीं होना चाहिए। ऐसे समय में संयम और साहस जुटाकर अपना जीवन सामान्य ढ़ंग से व्यतीत करें। भय से मानसिक रोग बढ़ता है। लोग संक्रमण से बचने के मेडिकल साइंस द्वारा दी गई सुझाव का पालन करें। धीरे धीरे स्थित समान्य होने लगेगी।

- डॉ. मुकेश कुमार राय होमियोपैथिक चिकित्सक


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