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अस्ताचलगामी सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य

लोक आस्था का महापर्व चैती छठ को लेकर व्रतियों ने रविवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। इस दौरान श्रद्धालु शारीरिक दूरी और कोविड- 19 के गाइडलान कर पालन करते नजर आए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 11:31 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 11:31 PM (IST)
अस्ताचलगामी सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य
अस्ताचलगामी सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य

समस्तीपुर । लोक आस्था का महापर्व चैती छठ को लेकर व्रतियों ने रविवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। इस दौरान श्रद्धालु शारीरिक दूरी और कोविड- 19 के गाइडलान कर पालन करते नजर आए। इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए व्रतियों ने घर के दरवाजे और छत पर ही कृत्रिम घाट बनाया। रविवार सुबह से ही पूजा की तैयारी को लेकर चहल-पहल रही। व्रतियों के साथ ही घर के सदस्य कोई न कोई काम कर रहे थे। कोई पान का पत्ता ला रहा था तो कोई फलों की व्यवस्था कर रहा था। महिलाएं सूर्यदेव को अ‌र्घ्य देने के लिए सूप, डगरा, डाला धो रही थीं तो ठेकुआ, पीड़िकिया आदि पकवान भी बना रही थीं। दोपहर होते-होते तैयारियां पूरी कर ली गई और फिर सूप-डाला में प्रसाद सजा कर उसे व्यवस्थित किया। दोपहर ढलते ही सिर पर डाला लेकर पुरुष घाट पर गए। बूढी गंडक घाट पर भी छठ करने के लिए काफी संख्या में व्रती पहुंची। जहां व्रतियों ने पानी में खड़ा होकर अस्ताचलगामी सूर्य को नमन किया। बता दें कि महापर्व छठ से लोगों की असीम श्रद्धा जुड़ी है। चार दिवसीय इस अनुष्ठान में नियम निष्ठा का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसको लेकर व्रतियों ने पूरी निष्ठा के साथ व्रत कर रही हैं। कोरोना के कारण घाटों पर भी शारीरिक दूरी का पालन करते नजर आए। लोगों ने स्वस्थ्य व मंगल की कामना के साथ कोरोना से बचाव व मानव कल्याण की प्रार्थना की। सोमवार को उदीयमान भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य के साथ चार दिवसीय महापर्व का समापन होगा।

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व्रतियों ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अ‌र्घ्य

सरायरंजन, संस : प्रखंड क्षेत्र में सूर्योपासना का महापर्व छठ के तीसरे दिन रविवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अ‌र्घ्य दिया । यह अ‌र्घ्य प्रखंड के विभिन्न नदियों एवं तालाबों के किनारे दिया गया। कोरोना वायरस की वजह से लोगों ने सादगी के साथ भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की। पूजा के दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का भी पालन किया गया। इस संबंध में पंडित राम नारायण मिश्र बताया कि छठ मईया की पूजा बड़ी सावधानीपूर्वक की जाती है। छठ मईया को प्रसाद के रूप में गुड़ और चावल से बनी खीर, गेहूं की आटे और गुड़ से बने ठेकुआ, पकवान, पूड़ी, फल फूल एवं इंख आदि प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं।

कल्याणपुर,संस : प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न गांवों में चैती छठ को रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य दिया गया। मालीनगर में छठ व्रती रानी कुमारी ,फुलहारा गांव में रामाकां,त जगदीश ठाकुर आदि के परिवार के लोगों ने छठ पूजा की।

ताजपुर,संस : प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न गांवों में चैती छठ को लेकर छठ व्रतियों ने सूर्य को संध्या अ‌र्घ्य दिया। परिजनों ने छठ व्रत करते हुए नियम निष्ठा से सूर्य महाराज को अ‌र्घ्य देते हुए प्रार्थना की। इस बार कोरोना को देखते हुए अधिकतर लोगों ने घर और दरवाजे पर ही छठ पर्व किया।

उजियारपुर : प्रखंड क्षेत्र में चैती छठ मनाया जा रहा है। रविवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य के अ‌र्घ्य दिया। माधोडीह, कमला, सातनपुर, निकसपुर, रायपुर, कोरवद्धा समेत कई जगहों पर व्रतियों के द्वारा छठ पूजा की जा रही है।


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