Move to Jagran APP

सावधान! कुत्ते बना सकते हैं नवजात को निवाला

सावधान! सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में टहलने वाले कुत्ते यहां जन्म लेने वाले नवजात को उठाकर ले जा सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 12:29 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 12:29 AM (IST)
सावधान! कुत्ते बना सकते  हैं नवजात को निवाला
सावधान! कुत्ते बना सकते हैं नवजात को निवाला

समस्तीपुर । सावधान! सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में टहलने वाले कुत्ते यहां जन्म लेने वाले नवजात को उठाकर ले जा सकते हैं। इन्हें इन दिनों प्राइवेट अस्पताल परिक्षेत्र में अवैध रूप से होने वाली भ्रूण हत्या और सदर अस्पताल में प्रसव के बाद फेंके गए प्लेसेंटा के मांस और खून के लोथड़े खाने की आदत लग चुकी है। अगर कोई नवजात इन्हें अलग-थलग दिख गया तो अस्पताल में विचरने वाले आवारा कुत्ते उन्हें भी अपना निवाला बना सकते हैं। प्राइवेट अस्पताल बना भ्रूण हत्या केंद्र

prime article banner

सदर अस्पताल के आसपास प्राइवेट अस्पतालों में इन दिनों भ्रूण हत्या का खेल जारी है। बताया जाता है कि अल्ट्रासाउंड केंद्रों में भ्रूण परीक्षण कराने के बाद उन्हें पता हो जाता है कि उसके पेट में पलने वाली बच्ची है, तो वह गर्भपात कराने के लिए निजी अस्पतालों में पहुंच जाती है। अस्पताल के आसपास सक्रिय गिरोह के माध्यम से इस कार्य को करवाती हैं। सोमवार को शहर के मोहनपुर रोड के समीप कुछ कुत्ते को नवजात को खाते देखा गया। इसके बाद इसकी पुष्टि हो गई कि कहीं न कहीं भ्रूण हत्या का ही मामला है। वैसे सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में बच्चों के जन्म के बाद प्लेसेंटा को निकालकर खिड़की से बाहर फेंक दिया जाता है। अस्पताल परिसर के पास विचरने वाले कुत्ते उसे झट से अपना निवाला बना लेते हैं। कई बार देखा गया है कि कुत्ते प्रसूति कक्ष में घुस जाते हैं और वहां फेंके गए प्लेसेंटा को लेकर आराम से मुंह में दबाकर चलते बनते हैं। नवजात शिशुओं पर बना रहता है खतरा

प्लेसेंटा और कन्या भ्रूण को खाने के आदी हो चुके अस्पताल के कुत्तों से यहां जन्म लेने वाले नवजातों पर खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि न तो भ्रूण हत्या के बाद उसे ठीक से ठिकाने लगाया जाता है और न ही प्रसूति कक्ष में नवजातों को जन्म देने वाली महिलाओं के प्लेसेंटा को ही जमीन में गाड़ा जाता है। ये कुत्ते ¨हसक होते जा रहे हैं। किसी दिन यह समाचार आ सकता है कि अवारा कुत्तों ने नवजात को चबा गया। क्योंकि कुत्ते अपना ठिकाना प्रसूति वार्ड के आसपास बनाए रहते हैं। करीब एक दर्जन कुत्ते को अस्पताल में देखा जा सकता है। इसलिए अस्पताल में अगर कोई नवजात जन्म लेता है तो उसकी पूरी सुरक्षा अब जरुरी हो गई है। वर्जन :

सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में अवारा कुत्तों के विचरण करने से संबंधित जानकारी ली जा रही है। इसको लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को निर्देश दिया जा रहा है। नवजात एवं प्रसूति की पूरी निगरानी विभाग की जिम्मेवारी है।

डॉ. विवेकानंद झा, सिविल सर्जन, समस्तीपुर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.