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अब सदर अस्पताल में होगी कैंसर रोगियों की जांच

समस्तीपुर। कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए एक बार फिर से अच्छी खबर है।अगर आपको कैंसर जैसी घातक बीमारी का लक्षण महसूस हो रहा है तो इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 11:33 PM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 11:33 PM (IST)
अब सदर अस्पताल में होगी कैंसर रोगियों की जांच
अब सदर अस्पताल में होगी कैंसर रोगियों की जांच

समस्तीपुर। कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए एक बार फिर से अच्छी खबर है।अगर आपको कैंसर जैसी घातक बीमारी का लक्षण महसूस हो रहा है तो इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। आइएसओ प्रमाणित मॉडल सदर अस्पताल में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। अब कैंसर रोगी की जांच और कीमोथेरेपी के लिए पटना या एम्स में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सदर अस्पताल में ही कैंसर स्क्रीनिग, कैंसर पैलिएटिव थेरेपी, कीमोथेरेपी की सुविधा मिलेगी। इसका सबसे अधिक फायदा महिलाओं को मिलेगा। महिलाओं में स्तन और गर्भाशय कैंसर की शिकायत अधिक होती है। कैंसर रोगियों का पंजीकरण, परामर्श, फॉलोअप कीमोथेरेपी एवं पैलिएटिव केयर आदि की सुविधा नियमित रूप से दी जाएगी। सदर अस्पताल में कैंसर रोगियों को भर्ती की व्यवस्था भी की गई है। सदर अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र के समीप वार्ड बनाया गया है। जहां पर मरीजों के लिए परामर्श और कीमोथेरेपी की सुविधा मिलेगी। 26 मई को लगेगा स्क्रीनिग शिविर

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सदर अस्पताल में कैंसर पीड़ित मरीजों के उपचार को लेकर 26 मई को स्क्रीनिग शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश पेंढ़ारकर के नेतृत्व में मरीजों की जांच की जाएगी। साथ ही कैंसर निदान एवं परामर्श शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। डॉ. पेंढ़ारकर पिछले पांच वर्षों से निस्वार्थ भाव से कैंसर मरीजों की भलाई के लिए देश के कई राज्यों में यह कार्यक्रम चला रहे हैं। बहुत जल्द बिहार सरकार की ओर से कैंसर से संबंधित 20 प्रकार की दवाइयां स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराई जाएंगी। ऐसे होता कीमोथेरेपी

कीमोथेरेपी ड्रग्स वो दवाएं है जिनका प्रयोग कैंसर के सेल्स को खत्म करने के लिए किया जाता है। इनसे ट्यूमर सिकुड़ जाते है और कैंसर फैल नहीं पाता है। इन ड्रग्स को एंटी कैंसर ड्रग्स या कीमोथेरेपी कहते हैं। 35 साल के बाद महिलाएं जरूर कराएं मेमोग्राफी टेस्ट

35 से ज्यादा उम्र की महिलाओं को साल में एक बार मेमोग्राफी टेस्ट करवाना चाहिए। इसके अलावा पीएपी स्मीयर टेस्ट से बच्चादानी के कैंसर के लक्षण 8-10 साल पहले ही पता लग सकते है। पुरुषों को 50 साल की उम्र के बाद साल में एक बार टेस्ट अवश्य करवाना चाहिए। वर्जन

फोटो फाइल नंबर : 18 एसएएम 21

कैंसर पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए 26 मई को सदर अस्पताल में स्क्रीनिग शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें कैंसर के निदान एवं परामर्श शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर अधिक से अधिक संख्या में मरीजों को अस्पताल पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की जा रही है।

डॉ. गिरिश कुमार,

चिकित्सा पदाधिकारी,

सदर अस्पताल, समस्तीपुर।

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