Samastipur: उधार सिगरेट नहीं देने पर सिरफिरों ने दुकानदार को मारी गोली, मां-बाप की गोद में युवक ने तोड़ा दम
Bihar Crime News समस्तीपुर के बिथान में एक किराना स्टोर दुकानदार को सिर्फ इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उसने एक सिरफिरों को सिगरेट का पैकेट उधार न देने की गलती कर दी। दुकानदार युवक को उसके मां-बाप के सामने अपराधियों ने गोली मार दी।
समस्तीपुर, संवाद सहयोगी: समस्तीपुर के बिथान में एक किराना स्टोर दुकानदार को सिर्फ इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उसने एक सिरफिरे युवक को सिगरेट का पैकेट उधार न देने की गलती कर दी। बुधवार को बिथान के सिहमा चौक के पास एक किराना दुकानदार को उसके मां-बाप के सामने ही तीन-चार लोगों ने उधार सिगरेट नहीं देने पर गोली मारकर हत्या कर दी।
गुरुवार को मृतक के पिता रामानंद यादव ने स्थानीय पुलिस थाने में एक आवेदन देकर हत्यारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में मृतक के पिता ने बताया कि बुधवार रात 9 बजे रामानंद यादव अपनी पत्नी रेखा देवी और बेटे रणवीर के साथ किराना दुकान पर बैठे थे, तभी ग्रामीण श्रवण, साकेन्द्र, सुनील और दो अन्य अज्ञात व्यक्ति अपने अपने हाथ में देसी कट्टा लेकर दुकान पर आए।
श्रवण ने सिगरेट का एक पैकेट उधार मांगा। रणवीर से श्रवण यादव से कहा कि चाचा आपका यहां पहले से सिगरेट का बकाया है, जो उधार का पैसा बाकी है, वह लौटा दीजिए, फिर आपको सिगरेट उधार दूंगा। यह सुनते ही श्रवण आग बबूला हो गया और आवेश में आकर रणवीर से गाली-गलौज करने लगा।
इसके बाद सभी आरोपी रणवीर को दुकान से खींचकर बाहर ले गए। श्रवण ने कमर से पिस्तौल निकाला और रणवीर के सीने में गोली मार दी। गोली मारने के बाद सभी आरोपी गाली-गलौज करते हुए दक्षिण दिशा में भाग निकले। उन्होंने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया।
स्थानीय ग्रामीणों की मदद से जख्मी हालत में रणवीर को अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष विशाल कुमार ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। गुरुवार सुबह सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया है।
घटना के बाद सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इधर, घटना के बाद स्वजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी श्रवण यादव के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह कई बार जेल भी जा चुका है।