आधुनिक तकनीक वाली एलएचबी रैक से परिचालित होगी बागमती एक्सप्रेस
यात्री सुविधा के प्रति रेल प्रशासन पूरी तरह तत्पर है। रेलवे द्वारा ट्रेनों को अपग्रेड करने का कार्य तेज गति से चल रहा है।
समस्तीपुर । यात्री सुविधा के प्रति रेल प्रशासन पूरी तरह तत्पर है। रेलवे द्वारा ट्रेनों को अपग्रेड करने का कार्य तेज गति से चल रहा है। दरभंगा-मैसूर-दरभंगा ट्रेन संख्या 12577/12578 बागमती एक्सप्रेस आधुनिक तकनीक वाली एलएचबी (¨लक हॉफमैन बुश) रैक लगाकर परिचालित होगी। एलएचबी रैक लगने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। उक्त जानकारी समस्तीपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक बिरेंद्र कुमार ने दी। तकनीकी रूप से अपडेट इस ट्रेन में ब्रेक पाइप, फीड पाइप और ब्रेक सि¨लडर की स्थिति की जानकारी के लिए अलग से मीटर लगाया गया है। इससे ट्रेन के परिचालन में आसानी होती है। साथ ही सभी बोगी को आकर्षक रंग- रूप दिए जाने से ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस जैसी लगेगी। विदित हो कि इससे पूर्व रेल प्रशासन ने जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक जाने वाली पवन एक्सप्रेस और बरौनी से नई दिल्ली जाने वाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाया गया था। विदित हो कि ट्रेन संख्या 12577 एक्सप्रेस 26 फरवरी और ट्रेन संख्या 12578 एक्सप्रेस 2 मार्च से एलएचबी कोच में परिवर्तित होकर परिचालित होगी।
एलएचबी कोच में हैं ये सुविधाएं
रेलवे कोच फैक्ट्री में अब सिर्फ एलएचबी (¨लक हॉफमैन बुश) मॉडल की बोगियां बनेगी। यात्री सुरक्षा के तहत रेलवे बोर्ड में यह योजना बनी है। रेलवे के वैज्ञानिक और आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन) विभाग भी सहमत है। एलएचबी कोच में यात्रियों को ट्रेनों की तेज स्पीड में भी झटका नहीं लगता है। वहीं, दुघर्टना की स्थिति में सामान्य बोगियों के सामान एलएचबी कोच एक दूसरे पर नहीं चढ़ते हैं। यह कोच स्टेनलेस स्टील से बना होता है। तेज रफ्तार की ट्रेनों जैसे राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी ट्रेनों में यह कोच लगाई जाती थी। फिलहाल यह कोच अब लगभग महत्वपूर्ण ट्रेनों में लगनी शुरू हो गई है। एलएचबी कोच में यात्रा काफी आरामदायक होती है। इस कोच में यात्रियों के लिए लगाए गए सभी संसाधन भी काफी अत्याधुनिक तरीके के होते है।