जीत हासिल कर प्रिस ने बरकरार रखी पिता की सीट
समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र पर एक बार फिर लोजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। रामचंद्र पासवान के असामयिक निधन से खाली हुई सीट पर उनके पुत्र प्रिस राज ने कब्जा जमा लिया है।
समस्तीपुर । समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र पर एक बार फिर लोजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। रामचंद्र पासवान के असामयिक निधन से खाली हुई सीट पर उनके पुत्र प्रिस राज ने कब्जा जमा लिया है। गुरुवार को मतगणना के बाद अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अशोक कुमार को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से पराजित कर दिया। इस सीट पर उनके पिता चार बार सांसद रहे हैं। लोजपा इस सीट को परंपरागत सीट मानती है। यही वजह है कि उनके निधन से खाली हुई सीट पर उनके पुत्र को टिकट दिया गया और वे जीते भी। हालांकि, पांच महीने पहले हुए चुनाव में जो जीत का अंतर था, उसमें कमी आई है। इस चुनाव में करीब पंद्रह प्रतिशत कम मतदान भी हुए। पिछले अप्रैल में हुए चुनाव में रामचंद्र पासवान ने करीब 2 लाख 51 हजार वोटों के बड़ी अंतर से जीत दर्ज कर थी। जबकि प्रिस राज एक लाख से अधिक मतों से जीतने में कामयाब रहे। सबसे बड़ी बात यह है कि समस्तीपुर सुरक्षित सीट से सबसे कम उम्र में जीतने वाले सांसद बने हैं। उनकी आयु करीब 27 वर्ष है। यह उनका दूसरा चुनाव है। पहली बार कल्याणपुर सुरक्षित सीट से वर्ष 2015 में उन्होंने लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। लेकिन, कामयाबी नहीं मिल सकी थी। उस समय वे जदयू प्रत्याशी एवं वर्तमान में बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी से मात खा गए थे। दूसरी बार पिता के निधन के बाद उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतने में कामयाब रहे। इस तरह समस्तीपुर की जीत से जहां एनडीए इस सीट को बरकरार रखने में कामयाब रहा। वहीं, लोजपा खासकर रामविलास पासवान के परिवार से एक और व्यक्ति संसद पहुंचने में कामयाब रहा।