प्रशिक्षण प्राप्त कर उर्वरक दुकानदार किसानों को देंगे उचित सुझाव
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली में मंगलवार से जिले के चयनित उर्वरक अनुज्ञप्तिधारियों का समेकित पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर 15 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
समस्तीपुर । डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली में मंगलवार से जिले के चयनित उर्वरक अनुज्ञप्तिधारियों का समेकित पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर 15 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि कृषि विज्ञान केंद्र के नोडल पदाधिकारी डॉ. बृजेश शाही ने कहा कि इस प्रशिक्षण के दौरान मिले ज्ञान से उर्वरक अनुज्ञप्तिधारी अब किसानों को उर्वरक के संबंध में विस्तृत जानकारी देंगे। साथ ही मृदा कैसे स्वस्थ रहे एवं उसमें पोषक तत्व बनी रहे इसके बारे में भी बता सकेंगे। कौन सा उर्वरक किसानों के लिए हितकर होगा, इसकी भी जानकारी देंगे। किसानों को उपभोक्ता की तरह नहीं बल्कि उसे अपने मित्र की तरह समझाना है ताकि किसान उर्वरक एवं जैविक खादों का उपयोग कर अपनी आर्थिक मजबूती ला सकें। उर्वरक व्यवसायी किसानों को मार्गदर्शक के रूप में काम करेंगे। जब किसान की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तो व्यवसाय भी दुरुस्त रहेगा। इस प्रशिक्षण में जिले के पुराने एवं नए उर्वरक अनुज्ञप्तिधारियों ने भाग लिया। मौके पर केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर के तिवारी ने प्रशिक्षण की महत्ता पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। मौके पर डॉ संजय कुमार, इंजीनियर शैलेश कुमार, निशा रानी, डॉ. संगीता घोष, भारतीय उपाध्याय सहित अन्य कर्मी भी मौजूद थे। यह कार्यशाला भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित किया जा रहा है। मंच संचालन डॉ. रंजन कुमार ने किया।