शाम छह बजे के बाद शहर में दिखा नाइट कफ्यू जैसा नजारा
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण को लेकर लागू की गई बंदिशों के बीच शाम छह बजते ही शहर में
समस्तीपुर। कोरोना संक्रमण को लेकर लागू की गई बंदिशों के बीच शाम छह बजते ही शहर में नाइट कर्फ्यू जैसा नजारा देखने को मिला रहा है। नई गाइडलाइन के अनुपालन में पुलिस प्रशासन की टीम पूरी ताकत झोंक दी है। जनता का सहयोग भी मिल रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार के निर्देशों के अनुपालन में शुक्रवार को दल बल के साथ नगर थानाध्यक्ष अरूण राय शाम सात बजे सड़कों पर निकले। इस दौरान कई दुकानदार निर्धारित समय छह बजे के पूर्व दुकान बंद कर चुके थे। जबकि कई दुकानदार अपनी दुकान बंद करने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस प्रशासन की ओर से सभी दुकानदारों को निर्धारित समय से दुकान बंद करने की हिदायत दी गई। थानाध्यक्ष ने दुकानदारों से अपील करते हुए कहा कि निर्धारित समय तक अपनी दुकान बंद कर दें। लोगों से कहा कि अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए निर्धारित समय तक खरीदारी करें। कहा कि बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें।
नियम का उल्लंघन करने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। आवश्यक सेवा दूघ, मेडिकल आदी दुकानों को प्रतिबंध में छूट दी गई है। बता दें कि एक बार फिर से कोरोना नये स्ट्रेन सामने आने के बाद प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। बीते वर्ष की अपेक्षा इस साल कोरोना के प्रसार का खतरा कई गुना अधिक हो गया है। दिन ब दिन बढ़ते जा रहे खतरे के बीच सरकार ने स्कूल व शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। दुकानों को शाम छह बजे से बंद करने का निर्देश है। कोरोना के बढ़ रहे खतरे के बीच आम आवाम से पूरी सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है। जिस तरह से कोरोना के प्रसार की गति बढ़ी है, सतर्कता लाजिमी है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार के द्वारा नई गाइडलाइन जारी की गई है। प्रशासनिक स्तर पर इसके लिए पुख्ता तैयारी की गई है।
हसनपुर,संस : कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में सोमवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी दुनियालाल यादव, सीओ आनंदचंद्र झा एवं थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर निर्धारित समय शाम के 6 बजे खुली दुकानें को बंद कराया। बंदी के दौरान अंचलाधिकारी ने लोगों से राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जारी आदेश का अनुपालन करने को कहा। दुकान बंद होने के बाद बाजार की सभी सड़कें वीरान दिखने लगी।