उप स्वास्थ्य केंद्र में दवा के बदले मिली 483 कार्टन अंग्रेजी शराब
जिस जगह पर दवा रहनी चाहिए वहां से शराब की बोतलें मिले तो आप क्या कहेंगे।
समस्तीपुर । जिस जगह पर दवा रहनी चाहिए वहां से शराब की बोतलें मिले तो आप क्या कहेंगे। पर ऐसा ही हुआ कल्याणपुर प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेंद्र बासुदेवपुर में। यहां से पुलिस ने 483 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद किया। हालांकि यह महज संयोग था कि पुलिस की नजर उस पर पड़ गई। इसके पूर्व पुलिस मध्य विद्यालय बासुदेवपुर के पीछे झाड़ी से 59 लीटर शराब बरामद कर ले जा रही थी। थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह, एसआई प्रभु नारायण यादव के साथ घटनास्थल देखने पहुंचे थे। इसी बीच एएसआइ श्री यादव ने सामुदायिक अस्पताल की खिड़की संयोगवश खोली तो पाया कि वहां शराब की कार्टन अस्पताल में भरी है। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस बल को बुला लिया। पंचायत के मुखिया चंद्रगुप्त शर्मा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डीके ठाकुर द्वारा भेजे गए अस्पताल के लेखापाल अमित कुमार, साधु यादव सहित काफी संख्या में जुटे ग्रामीणों के समक्ष पुलिस ने स्वास्थ्य उपकेंद्र का ताला तोड़ा। तो वहां से तीन मालवाहक पर शराब की कार्टन को रख थाना ले गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि 483 कार्टन भिन्न-भिन्न ब्रांड के शराब कार्टनों में भरे थे। पुलिस अब इस बात की भी जानकारी ले रही है कि कहीं न कहीं विभागीय संलिप्तता भी रही होगी। तभी अस्पताल के कमरे में यह शराब की बोतलें मिली।
शराब का विनष्टीकरण
दलसिंहसराय थाना परिसर में कई कांडों में जब्त शराब का विनष्टीकरण किया गया। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सीओ अमरनाथ चौधरी ने बताया कि कुल 56 बोतल अंग्रेजी शराब तथा चार लीटर देशी शराब का विनष्टीकरण किया गया। थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर यह कार्रवाई हुई।
नशे की हालत में युवक गिरफ्तार
मथुरापुर ओपी पुलिस ने मथुरापुर घाट पर से बुधवार की संध्या शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ओपी प्रभारी चन्द्र किशोर टुड्डू ने बताया कि संध्या गश्ती के दौरान सअनि राजेश कुमार पुलिस बल के साथ मथुरापुर घाट पर पंहुचे तो देखा कि गृहरक्षक एक व्यक्ति को रोके हुए है। नजदीक जाने पर उसके मुंह से शराब की गंध आ रही थी। जिसे गिरफ्तार कर सदर अस्पताल में जांच कराने पर नशे मे होने की पुष्टि की गई। उसकी पहचान मुफस्सिल थाना के जितवारपुर निवासी धर्मेन्द्र राय के रूप मे हुई।