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जिले में फिर मिले 30 नए कोरोना संक्रमित, बढ़ी बेचैनी

जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा। इससे लोगों में काफी दहशत है। बुधवार को कोरोना पॉजिटिव के 30 नए मामले सामने आए। इसमें समस्तीपुर में 17 खानपुर उजियारपुर और ताजपुर में एक-एक एवं कल्याणपुर में दो संक्रमित बताए गए हैं। वहीं दलसिंहसराय में सात संक्रमित हैं। सभी की रिपोर्ट एम्स पटना ने जारी की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 12:29 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 12:29 AM (IST)
जिले में फिर मिले 30 नए कोरोना संक्रमित, बढ़ी बेचैनी
जिले में फिर मिले 30 नए कोरोना संक्रमित, बढ़ी बेचैनी

समस्तीपुर । जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा। इससे लोगों में काफी दहशत है। बुधवार को कोरोना पॉजिटिव के 30 नए मामले सामने आए। इसमें समस्तीपुर में 17, खानपुर, उजियारपुर और ताजपुर में एक-एक एवं कल्याणपुर में दो संक्रमित बताए गए हैं। वहीं दलसिंहसराय में सात संक्रमित हैं। सभी की रिपोर्ट एम्स पटना ने जारी की है। इसकी पुष्टि डीएम शशांक शुभंकर ने की है। प्रशासन अब इनकी चेन की पड़ताल कर रहा। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को जागरूक करने व शारीरिक दूरी का पालन करने की जानकारी दी जा रही है, ताकि कोरोना पॉजिटिव कम्युनिटी में न फैले। इस तरह से जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 592 हो गई है। इसमें से आठ की मौत हो चुकी है, जबकि 406 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। इससे अब जिले में 182 एक्टिव मरीज बचे हैं।

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कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी आने से दहशत

बस, ट्रेन और गांव-घरों से होते हुए कोरोना अब दफ्तरों में भी धमका है। पहले अस्पतालों और पुलिस थानों को निशान पर लिया मगर अब तो हर दफ्तर में कोहराम मचाना शुरू कर दिया हे। सरकारी विभाग के दफ्तर हो या निजी कंपनियों के कार्यालय, सब जगह कोरोना पहुंच चुका है। छोड़ किसी को नहीं रहा है। अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर के साथ ही नर्स और लैब टेक्निशियन को भी संक्रमित कर दिया। थाने पहुंचा तो प्रभारी से लेकर सिपाही तक को पॉजिटिव कर दिया। बैंक में मैनेजर के साथ उनके स्टाफ भी संक्रमित हो गए। ऐसे में दफ्तरों में आमजनों की आवाजाही पहले से कम हो गई थी अब तो बंद सा ही हो गया है।

निजी से लेकर सरकारी अस्पतालों में दहशत

कोरोना के निशाने पर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी आए है। सिविल सर्जन से लेकर चिकित्सक और कर्मियों तक संक्रमित हो चुके है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप सा मच गया है। संक्रमण को लेकर अस्पताल में ओपीडी सेवा तक बंद कर दी गई थी। स्वास्थ्य समिति कार्यालय तक को बंद कर सैनिटाइज्ड कराया गया था। कोरोना जांच करने वाली लैब में भी संक्रमण प्रवेश कर गया। अधिकांश डॉक्टरों के चैंबर कई दिनों से बंद पड़े हैं। निजी अस्पतालों का तो और भी बुरा हाल है।

डॉ. सतीश को मिला सीएस का दायित्व

जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा को सिविल सर्जन के अतिरिक्त प्रभार को जिम्मा सौंपा है। सिविल सर्जन के अस्वस्थता के कारण उचित इलाज हेतु मुख्यालय से बाहर रहने को लेकर उक्त निर्णय लिया गया है। उनके मुख्यालय वापस लौटने तक कार्यहित में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आदेश जारी किया गया है। डीएम ने कोषागार संहिता के नियम 84 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए डॉ. सिन्हा को सिविल सर्जन के कार्य दायित्व के साथ-साथ निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी की शक्ति दी है।


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