ध्यान व योग से आध्यात्मिक हो जाता है जीवन: डा. अरूण
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम को संब
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ट्रस्टी डा. अरूण कुमार जायसवाल ने कहा कि जब आप पसंद-नापसंद से उपर उठ जाते, तब आध्यात्मिक हो जाते हैं। कहा कि ध्यान योग एवं प्रार्थना से जीवन आध्यात्मिक बन पाता है। प्रार्थना से हम अच्छा जीवन एवं अच्छा कर्म कर पाते हैं। यदि आप अच्छा और सुखी जीवन जीना चाहते हैं, तो अच्छी किताबें पढ़े, अच्छे विचारों को अपने जीवन में अपनाएं। तभी आप नाकारात्मक भावना से बाहर आ पाएंगे।
इस अवसर पर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए वीर सपूतों की आत्मा की शांति एवं सदबुद्धि के लिए दो मिनट का मौन रखकर सामूहिक जप किया। मौके पर गायत्री परिवार के जिला संयोजक ललन कुमार ¨सह, हरीश कुमार जायसवाल, समर मिश्रा, दिनेश कुमार दिनकर, मनीषा, मधु, ज्योति, दीपा, मदन, निवेदिता, जयंती राखी, प्रज्ञा प्रखर वं सभी गायत्री परिजन उपस्थित रहे।