सहरसा-फारबिसगंज के बीच शुरू होगी रेल सेवा
सहरसा। पूर्व-मध्य रेलखंड पर सहरसा- फारबिसगंज के बीच रेल सेवा शुरू होगी। चालू वित्तीय वर्ष 20
सहरसा। पूर्व-मध्य रेलखंड पर सहरसा- फारबिसगंज के बीच रेल सेवा शुरू होगी। चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंदर ही इस रेलखंड पर रेल परिचालन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रेल निर्माण विभाग की देखरेख में राघोपुर-फारबिसगंज के बीच रेल निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू है। सहरसा से फारबिसगंज की दूरी 111 किमी. है जिसमें से करीब 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कोसी इलाका से सटा पड़ोसी देश नेपाल होने के कारण सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड बहुत ही महत्वपूर्ण है। फारबिसगंज से नेपाल जाने में जोगबनी होकर मुश्किल से आधा घंटा का रास्ता है। नेपाल के कई हिस्सों में कोसी इलाका का रोटी-बेटी का संबंध कायम है।
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2007 से बंद है रेलसेवा
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वर्ष 2007 से ही आमान परिवर्तन को लेकर फारबिसगंज-ललितग्राम के बीच रेल सेवा बंद कर दी गई थी। सहरसा से ललितग्राम तक ही छोटी रेललाइन चलती थी। 18 अगस्त, 2008 को आयी कुसहा त्रासदी ने रेल पथ को छिन्न-भिन्न कर दिया। इसके बाद सहरसा से राघोपुर के बीच ही रेल चलने लगी। एक नवंबर 2015 को राघोपुर-थरबिटिया के बीच आमान परिवर्तन को लेकर रेल परिचालन बंद कर दिया गया। इसके बाद सहरसा से थरबिटिया के बीच 25 दिसंबर 2016 को रेल सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई। इस रेलखंड में छोटी रेललाइन को बड़ी रेललाइन में परिवर्तित करने का काम युद्ध स्तर पर शुरू किया गया।
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एक दिसंबर, 2019 से सहरसा- सुपौल के बीच चली ट्रेन
सहरसा-फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन कार्य शुरू होने के बाद करीब 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक सीधी रेल सेवा शुरू नहीं हो पाई है, किंतु एक दिसंबर, 2019 को सहरसा से सुपौल के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने के बाद रेल परिचालन शुरू हो गया। इसके बाद सुपौल- सरायगढ़-राघोपुर सहित सरायगढ- निर्मली के बीच आसनपुर कुपहा तक रेल परिचालन 18 सितंबर, 20 से शुरू हो गया। प्रधानमंत्री ने इस रेलखंड का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए किया। इस रेल खंड में फिलहाल अनलॉक- 4 में एक जोड़ी स्पेशल पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है। राघोपुर-ललितग्राम के बीच आमान परिवर्तन कार्य युद्ध स्तर पर शुरू है। वहीं ललितग्राम- फारबिसगंज के बीच रेल पटरी पहले ही बिछ चुकी है। आमान परिवर्तन का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। शेष बचे करीब 45 किमी. के बीच आमान परिवर्तन कार्य पूरा होते ही फारबिसगंज के बीच सीधी रेल सेवा शुरू हो जाएगी।
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इस वित्तीय वर्ष के अंदर फारबिसगंज तक चलेगी ट्रेन
सहरसा से राघोपुर तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने के बाद ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है। राघोपुर-फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन कार्य युद्ध स्तर पर शुरू है। इस वित्तीय वर्ष के अंदर सहरसा से फारबिसगंज के बीच रेल परिचालन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित है।
अशोक माहेश्वरी, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल