खसरा और रूबेला मुक्त भारत बनाने का लिया संकल्प
सहरसा। प्रखंड मुख्यालय सभा भवन में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में खसरा और रूबेला रोग मुक्त भार
सहरसा। प्रखंड मुख्यालय सभा भवन में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में खसरा और रूबेला रोग मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया गया। प्रमुख समीम अख्तर पप्पू, बीडीओ विवेक रंजन, एसएमओ डा. अरूणेश कुमार संयुक्त रूप से प्रशिक्षण का उद्घाटन किया। इस मौके ने प्रमुख ने कहा कि अभियान में समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ सरकारी कर्मियों को सहयोग आवश्यक है। एसएमओ ने कहा खसरा एक संक्रामक और बच्चे इससे अपंगता के शिकार होते हैं । डॉ. एस एन साहू ने बताया कि खसरा अभियान में टीकाकरण के लिए 9 माह से 15 साल तक के बच्चे को अभिभावक साथ लाएं । बच्चे को संपूर्ण टीकाकरण कराना आवश्यक है । खसरा अपंगता का मुख्य कारण है रोगी के खांसी और छींकने से दूसरे लोगों भी प्रभावित होते हैं । चिकित्सकों ने इसका लक्षण तेज बुखार त्वचा पर लाल चकत्ते, लाल आंख बताया । इसके अलावा स्त्रियों की गर्भावस्था के दौरान रूबेला रोग होने के बारे में जानकारी दी गई। संक्रमित होने पर बच्चे का जन्मजात विसंगतियां की संभावनाएं बढ़ जाती है । इसके अलावा ग्लूकोमा मोतिया¨बद, कान का बहरापन, मस्तिष्क रोग, दिल की बीमारी बच्चे को हो सकती है। शिविर में संस्थागत प्रसव पर बल दिया गया।