तनावमुक्त जीवनशैली है मददगार
सहरसा। कोरोना वायरस से बचाव हेतु लोगों को घर में रहने की सलाह दी गयी है। घर में रहक
सहरसा। कोरोना वायरस से बचाव हेतु लोगों को घर में रहने की सलाह दी गयी है। घर में रहकर कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। बचाव के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी उतना ही जरुरी है। घर में रहते हुए लोग मानसिक अवसाद का अनुभव कर रहे हैं और यह स्थिति लोगों में अनावश्यक तनाव की वृद्धि कर सकता है। ऐसे समय में उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या में में तेजी से इजाफा हुआ है।
एक अनुमान के अनुसार कोसी क्षेत्र की करीब 32 फीसद अधिक की आबादी उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। जिसमें 25 फीसद शहरी आबादी और 10 फीसद ग्रामीण आबादी शामिल है।
क्या है हाइपरटेंशन
अधिक उम्र होने पर एवं अत्यधिक नमक का सेवन करने एवं लापरवाहपूर्ण जीवनशैली के कारण यह बीमारी होती है। जबकि सेकेंडरी हाइपरटेंशन कहते गुर्दा रोग के मरीजों तथा गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में अधिक देखा जाता है।
ये लक्ष्ण दिखाई दे तो हो जाएं सावधान
सिर में अत्यधिक दर्द रहना, लगातार थकावट का अहसास,
सीने में दर्द होना, सांस लेने में कठिनाई, दृष्टि में धुंधलापन, पेशाब में खून आना, गर्दन, सीने और बांहों में दर्द लगातार बने रहना।
क्या कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने बताया खराब जीवनशैली के कारण धीरे-धीरे किशोर एवं युवक भी इस गंभीर समस्या से पीड़ित हो रहे हैं। इसलिए बिगड़ती जीवनशैली को ठीक करना बहुत जरुरी है। आहार में फास्टफूड की जगह फलों का सेवन, सुबह जल्दी उठना एवं रात में जल्दी सोना, अवसाद एवं तनाव से बचना एवं नियमित व्यायाम से इस रोग से बचा जा सकता है। अधिकतर हाइपरटेंशन के रोगियों को मालूम भी नहीं रहता की वह इससे ग्रसित हैं तथा इसके लक्षणों को नजरंदाज करते है। जो कई गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
ये है कारण
तनावग्रस्त जीवनशैली हाइपरटेंशन के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा धूम्रपान करना, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, अच्छी नींद का ना लेना, चिताए अवसाद, भोजन में नमक का अधिक प्रयोग, गंभीर गुर्दा रोग, परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास एवं थाईराइड की समस्या से हाइपरटेंशन का कारण हो सकता है।