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दो दिवसीय सदभावना सम्मेलन कल से

सहरसा। मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आगामी 21 एवं 22 फरवरी 20 को आउटडोर स्टेडियम में दो ि

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 08:04 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:11 AM (IST)
दो दिवसीय सदभावना सम्मेलन कल से
दो दिवसीय सदभावना सम्मेलन कल से

सहरसा। मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आगामी 21 एवं 22 फरवरी 20 को आउटडोर स्टेडियम में दो दिवसीय सछ्वावना सम्मेलन आयोजित की गयी है। जिसमें भारत के विभिन्न तीर्थों, नगरों व महानगरों से पधारे हुए विद्वान संत महात्माओं का सत्संग- प्रवचन होगा। इस सम्मेलन में करीब 30 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

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यह बातें सछ्वावना सम्मेलन के प्रबंधक महात्मा हरि संतोषानंद जी ने कही। बुधवार को शहर के पटेल मैदान में सछ्वावना सम्मेलन के लिए आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि मानव उत्थान सेवा समिति एक अखिल भारतीय पंजीकृत समाजसेवी तथा आध्यात्मिक संस्था है। सछ्वावना सम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री सतपाल जी महाराज विशेष रूप से सछ्वावना से ओत-प्रोत धार्मिक उद्बोधनों द्वारा इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सतपाल जी महाराज उत्तराखंड सरकार में पर्यटन व सिचाई मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि समिति के मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्त्रोत परमपूज्य श्री सतपाल जी महाराज के दिशा-निर्देशन में देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिवर्ष सैकड़ों सछ्वावना सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय एकता व साम्प्रादायिक सौहार्द के लिए सछ्वावना जरूरी है। सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, मानव, प्रेम, साम्प्रादायिक सौहार्द एवं भाईचारा को जागृत करना है। स्टेडियम में दो दिवसीय सछ्वावना सम्मेलन की तैयारी द्रुतगति से चल रहा है। स्टेडियम में विशाल वाटर प्रूफ पंडाल बनाया जा रहा है। जिसमें भव्य सत्संग मंच बनाया गया है। आगंतुकों के भोजन व आवास की समुचित व्यवस्था पटेल मैदान में की गयी है। यहां 300 शौचालय एवं अस्थायी स्नानाघर भी आगंतुकों के लिए बनाया गया है। उन्होंने सबों से इस सम्मेलन में आने का आह्वान किया। सहरसा में 44 वर्षों बाद सतपाल जी महाराज सत्संग-प्रवचन करने हेतु आएंगे। नगर में उनके आगमन पर भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष महात्मा श्री व‌र्द्धमानानंद जी ने बताया कि सम्मेलन में आगंतुकों का आना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि बिहार संतों, महापुरूषों एवं विद्वानों की धरती रही है। यहां के लोग संतों एवं महापुरूषों की पूजा करते हैं। इस अवसर पर आचार्यानंद जी, रूद्राक्षानंद जी, वीरेन्द्र कुमार, नागेन्द्र शर्मा, संतोष वर्मा, सिधु सिंह, दिलीप यादव, रमा देवी एवं मानव उत्थान सेवा समिति के बादल बनर्जी मौजूद थे।


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