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लोगों को रुला रहा है प्याज, सब्जी की कीमत बढ़ी

सहरसा। पिछले दो महीना से अधिक दिनों से महंगी सब्जी लोगों के लिए फीकीं बनती जा रही है। फ

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 07:45 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 06:11 AM (IST)
लोगों को रुला रहा है प्याज, सब्जी की कीमत बढ़ी
लोगों को रुला रहा है प्याज, सब्जी की कीमत बढ़ी

सहरसा। पिछले दो महीना से अधिक दिनों से महंगी सब्जी लोगों के लिए फीकीं बनती जा रही है। फल से भी महंगा सब्जी बिक रही है। बैगन व मूली 40 रूपये किलो बिक रहा है। सब्जी महंगा होने के साथ-साथ प्याज की महंगाई ने सबों को रूला दिया है। प्याज के मूल्य में गिरावट के बजाय इसके दाम में दिनोंदिन उछाल ही हो रहा है। बाजार में सौ रूपये किलो प्याज बिक रहा है। इसी से अंदाजा लगा सकते है कि लोगों को किस तरह महंगाई रूला रही है। बाजार में प्याज का स्टॉक कई थोक विक्रेताओं ने कर लिया है और उसे महंगे दामों में बेच रहा है। बढती महंगाई के इस दौर में थोक विक्रेता मालामाल हो रहा है। उसके स्टॉक को कोई देखनेवाला नहीं है। लोग कहते है कि थोक विक्रेताओं के पास प्याज का इतना स्टॉक है कि सहरसा के लोग महीनों बैठकर प्याज खा सकते है लेकिन थोक विक्रेता प्याज को सस्ता करने के बजाय दिनोंदिन महंगा ही करता जा रहा है। जिससे लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है। प्याज की महंगाई के संबंध में विक्रेता कहते है कि पहले महाराष्ट्र के नासिक से प्याज की आपूर्ति बिहार सहित अन्य जगहों पर होती थी। लेकिन पिछले दिनों आयी बाढ़ के कारण नासिक सहित पूरे महाराष्ट्र में प्याज की फसल बर्बाद हो गयी। प्याज की नई फसल बाजार में नहीं आने के कारण ही प्याज महंगा होता चला गया। फिलहाल प्याज राजस्थान के अलवर से मंगाया जा रहा है। जिस कारण ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट बढने के कारण ही प्याज के मूल्य में बढोतरी की गयी है। प्याज की बढ़ती महंगाई ने मध्यम व निम्न वर्ग के लोगों को परेशान करके रख दिया है। प्याज के बढते मूल्य पर जिला प्रशासन को कोई नियंत्रण नहीं है। लोगों ने जिला प्रशासन से प्याज की बढ़ती कीमत पर अंकुश लगाने की मांग की है। गृहणी का कहना है कि एक तो सब्जी का दाम आसमान छू रहा है और उपर से प्याज ने तो घर की गृहस्थी को ही बिगाड़ कर रख दिया है। चावल दाल से ज्यादा खर्चा सब्जी में हो जाता है। चंदा देवी ने कहा कि प्याज ने तो हद कर दी है। इतना महंगा तो सेब भी नहीं है। फल सेब 60 रूपये किलो मिलता है और प्याज सौ रूपए किलो बिकता है। ऐसे में घर का बजट ही बिगड़ जाता है। मध्यम वर्ग का जीना मुहाल हो गया है। इन्दु देवी महंगाई पर जिला प्रशासन या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। प्याज और आलू तो हर सब्जी में दिया जाता है। इसीलिए इसका मूल्य हर समय कम ही रहता है। लेकिन इस वर्ष तो प्याज ने सारा रेकार्ड तोड़ दिया।

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