स्कूल प्रैक्टिस टीचिग कार्य के लिए छात्राध्यापकों का दल रवाना
सहरसा। पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर ट्रेनिग कॉलेज के बीएड सत्र 2019-21 के प्रथम वर्ष के छात्र अध्
सहरसा। पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर ट्रेनिग कॉलेज के बीएड सत्र 2019-21 के प्रथम वर्ष के छात्र अध्यापक व छात्रा और अध्यापिकाओं को 28 दिवसीय स्कूल प्रैक्टिस टीचिग के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा निर्धारित विद्यालयों के लिए भेजा गया। मंगलवार को कॉलेज के संरक्षक सह चेयरमैन डॉ. रजनीश रंजन, प्राचार्य डॉ नागेन्द्र कुमार झा, उप प्राचार्य मिथिलेश कुमार, बीएड विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक पांडेय, समन्वयक रंजय कुमार राजा द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर अपने-अपने विद्यालय में योगदान के लिए भेजा गया। छात्र-अध्यापकों को विद्यालय रवाना करने से पहले चेयरमैन ने संबोधित करते हुए कहा कि एक कुशल व अनुभवी शिक्षक के रूप में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की महत्ता को अपने अंदर आत्मसात करें। सभी प्रशिक्षु छात्र-अध्यापक ताकि एक कुशल शिक्षक के रूप में स्कूल और बच्चों के बीच अपनी छाप छोड़ सके। उन्होंने समय की महत्ता पर सभी को ध्यान रख प्रत्येक दिन समय पर विद्यालय पहुंच स्कूल में बच्चों के साथ पठन-पाठन में अपनी अभिरुचि लेने पर जोर दिया। ताकि स्कूल अध्यापन कार्य को सही तरह से सिखा जा सकें। इस मौके पर प्राचार्य डॉ. एनके झा ने शिक्षण कौशल का किस तरह प्रायोगिक विकास हर छात्र अध्यापकों में ग्रहण किया जा सके इसके लिये माइक्रो टीचिग की विशेषता को ज्यादा से ज्यादा समझने पर जोर दिया गया। मालूम हो कि बीएड सत्र 2019-21 के प्रथम वर्ष के छात्र अध्यापकों को महाविद्यालय में लगभग चार महीने के अध्यापन कार्य को पूरा करवाने के बाद चार सप्ताह के निर्धारित प्रैक्टिस टीचिग के लिये जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्र के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय के राजकीय कन्या+2 उच्च विद्यालय, मनोहर हाई स्कूल, मनोहर मध्य विद्यालय, रूपवती कन्या उच्च विद्यालय, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय पूरब बाजार, मध्य विद्यालय तिवारी टोला, चित्र गुप्त मध्य विद्यालय, जेल कॉलोनी उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय गंगजला, सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मनोहर उच्च विद्यालय बैजनाथपुर, चंदौर उच्च व मध्य विद्यालय, गजाधर साहू उच्च विद्यालय में अध्यापन कार्य के लिये भेजा गया। 28 दिनों तक चलने वाले स्कूल अनुभव कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी विद्यालय में छात्र अध्यापकों के साथ-साथ एक-एक प्राध्यापक को भी कोर्डिनेटर के लिए लगाया गया है। जिसके नेतृत्व में सभी प्रशिक्षुओं को लगाया गया है।