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शिक्षित होने का मतलब धन कमाना नहीं : सुधीर

सहरसा। दार्जि¨लग पब्लिक स्कूल मैना के पांचवें वार्षिकोत्सव के मौके पर आयोजित सांस्कृतिक समारोह

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 06:22 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 06:22 PM (IST)
शिक्षित होने का मतलब 
धन कमाना नहीं : सुधीर
शिक्षित होने का मतलब धन कमाना नहीं : सुधीर

सहरसा। दार्जि¨लग पब्लिक स्कूल मैना के पांचवें वार्षिकोत्सव के मौके पर आयोजित सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का उद्घाटन बीडीओ सुधीर कुमार, बीइओ मिथलेश ¨सह तथा चेंज फॉर श्योर के संयोजक मनीष कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथियों का विद्यालय परिवार द्वारा मिथिला की रीति के अनुसार पाग व अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर बीडीओ ने कहा कि शिक्षित होने का मतलब धन कमाना नहीं है। शिक्षा मानव को इंसान बनाने के लिए होनी चाहिए। आज मानव सभी क्षेत्रों में काफी आगे तो बढ़ गया है लेकिन इंसानियत काफी पीछे छूटता जा रहा है।अभिभावक व शिक्षकों को अपने बच्चों को इंसान बनाने के लिए सोचना होगा। निजी विद्यालयों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम किया जा रहा है लेकिन इसे पैसा कमाने का संस्थान न बनाकर शिक्षा दान संस्थान बनाने पर जोर देना होगा। वार्षिकोत्सव के मौके पर छात्र छात्राओं द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का संयोजन नृत्य रचनाकार खुशबूश्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सीनेट सदस्य डा. मनीषा रंजन, थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने शिक्षा के महत्व पर चर्चा की। मौके पर विद्यालय के निदेशक अजीत अनुज, प्राचार्य सुधीर कुमार झा, शिक्षक डीके ठाकुर, लक्ष्मण स्वर्णकार, मो. मन्नान, प्रवीण ¨सह, जेएस यादव, सोनी कुमारी, मोनिका कुमारी, शाम्भवी देवी, प्रेरणा कुमारी, श्वेता कुमारी समेत अन्य उपस्थित थी। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने नृत्य व गीत के माध्यम से को झूमने पर मजबूर कर दिया।

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