शहर की सड़कें और एनएच है जर्जर
सहरसा। यूं तो सहरसा जिला मुख्यालय की सभी सड़कें जर्जर हो चुकी है। कोई भी ऐसी सड़क नहीं
सहरसा। यूं तो सहरसा जिला मुख्यालय की सभी सड़कें जर्जर हो चुकी है। कोई भी ऐसी सड़क नहीं बची है जिस पर गाड़िया सरपट दौड़ सके। खासकर राष्ट्रीय उच्चपथ की सड़कें पूरी तरह जानलेवा हो चुकी है। इस सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए है। जिसमें बारिश का पानी जमा रहने से लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। महावीर चौक से रिफ्यूजी चौक जाने वाली सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। इस पर आवागमन करनेवाले लोग कहां गिरेंगे, इसका भय उन्हें सताता रहता है। राहगीर अर¨वद भगत कहते हैं कि महावीर चौक से रिफ्यूजी चौक ही नहीं शहर के किसी भी कोने में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। जर्जर सड़क के कारण रिक्शाचालक भी जाना नहीं चाहते। रात को स्टेशन से उतरकर इस मार्ग पर जानेवाले लोगों को मनमाना भाड़ा देना पड़ता है। गौतम कुमार कहते हैं कि जर्जर सड़क के कारण हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है। बारिश होने पर पता ही नहीं चलता कि कहां सड़क है और कहां गढ्डा। जिसमें गिरकर लोग चोटिल हो जाते हैं। रंजीत कुमार कहते हैं कि कई वर्षों से एनएच की मरम्मत की बातें हो रही है। परंतु इसे कार्यरूप नहीं दिया जा रहा है। पूरे शहर में एनएच की हालत खराब है। चंदन कुमार कहते हैं कि सड़क जर्जर है, जिसके कारण चलना मुश्किल हो गया है। लोगों के कम आवागमन करने के कारण व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। प्रशासनिक और तकनीकी विभाग के अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं है।