नाला निर्माण में मनमानी का लोगों ने जताया विरोध
सहरसा। सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत अन्तर्गत राज्य योजना के दो करोड़ 21 लाख रुपए की लागत से ि
सहरसा। सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत अन्तर्गत राज्य योजना के दो करोड़ 21 लाख रुपए की लागत से सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन चौक से ब्लॉक तक पीसीसी सड़क एवं नाला निर्माण कार्य में नगर पंचायत के द्वारा मनमानी तरीके से निर्माण कार्य का विरोध करते हुए निर्माण कार्य को रोक कर हंगामा किया। बाद में बख्तियारपुर थाना पुलिस के सहयोग से मामले को शांत किया गया।
बाजारवासियों का कहना है कि प्राक्कलन के अनुसार हमलोग जमीन देने के लिए तैयार हैं। लेकिन नगर प्रशासन प्राक्कलन को ताक पर रखकर गरीब लोगों के घर के समीप 46 फीट चौडी सड़क निर्माण कर रहा है जबकि प्राक्कलन में 31 फीट सड़क का निर्माण होना है जिसको लेकर पूर्व में सड़क के बीच से दोनों तरफ 19 व 19 फीट नापी कर चिन्हित किया गया था। नगर प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्ति अभियान भी चलाया। लेकिन इसके बाद अचानक से एक तरफ से 23 फीट नापी कर नाला का निर्माण शुरु कर दिया गया। इसी बात को लेकर वार्ड पार्षद चंद्रमणि ने अपने सहयोगियों के साथ जमकर विरोध किया। बाजार वासियों का कहना है कि प्राक्कलन से विपरीत मनमाने ढ़ंग से लोगों के आशियाने को उजाड़ अतिक्रमण खाली किया गया। हंगामा की सूचना पर थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि मुजाहिद आलम, उपाध्यक्ष विकास कुमार सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में बैठक की गई। वार्ड पार्षद ने बैठक में कहा कि प्राक्कलन के विपरीत क्यों निर्माण किया जा रहा है। जिसके बाद थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार की मौजूदगी में 20 फीट पर नापी कर नाला का निर्माण शुरू कराया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि संवेदक के द्वारा नाली निर्माण में व्यापक पैमाने पर अनियमिता बरती जा रही है। नाली निर्माण में घटिया गिट्टी से पतली छड़ एवं बीना बेवरेटर के ढ़लाई की जा रही है। इस संबंध में डूडा के जेई राजीव कुमार ने पूछने पर बताया कि मुझे जो एस्टीमेट दिया गया है उसमें कुल मिलाकर 31 फीट सड़क और नाले का निर्माण होना है। वहीं पहुंच पथ एवं डिवाइडर के लिए स्टीमेट बनाया जा रहा है।