20 मर्तबा गिरता है बैरियर,जाम लगने से परेशान रहते हैं राहगीर
सहरसा। शहर को दो भागों में बांटने वाली रेल बैरियर दिन भर में 20 बार गिरता है जिससे हर
सहरसा। शहर को दो भागों में बांटने वाली रेल बैरियर दिन भर में 20 बार गिरता है जिससे हर हमेशा सड़क पर जाम लगा रहता है। जाम लगने का मुख्य कारण ट्रेनों का शंटिग होना बताया जाता है। ट्रेन शंटिग के कारण ही शहर के बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला का बैरियर गिर जाता है जिससे हर बार करीब आधा घंटा से एक घंटा तक जाम लगा रहता है। इतना ही नहीं, रेल अधिकारी लगातार दो-तीन इंजन को शंटिग कराते है जिससे शंटिग की अवधि बढ़ती जाती है।
जाम में फंसे लोग स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इसका जिम्मेवार ठहराते हैं कि कई दशकों के बाद भी शहर के बंगाली बाजार में एक रेल ओवरब्रिज अब तक नहीं बन सका है। रेल ओवरब्रिज नहीं बनने के कारण ही लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं। शहर के बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला पर एक साथ् ही रेल बैरियर गिर जाता है जिससे कुछ ही मिनटों में ढाला के दोनों ओर लंबी वाहनों की कतार लग जाती है। शहर को रेलमार्ग ही दो भागों में बांटती है जिससे लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। पहले बंगाली बाजार का ही रेलवे बैरियर गिरता था। लेकिन अब ट्रेनों के शंटिग के दौरान दोनों रेलवे ढाला का बैरियर एक साथ गिर जाता है इसीलिए रेल अधिकारियों को चाहिए कि पूर्ववत शंटिग की व्यवस्था को सु²ढ़ किया जाए जिससे शंटिग के दौरान सिर्फ बंगाली बाजार का ही रेलवे ढाला का बैरियर गिरे। जिससे लोगों को दूसरे रास्ता से आवाजाही में कोई परेशानी न हो सके।
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जाम से व्यवसायी रहते परेशान
शहर में प्रतिदिन जाम की समस्या से जूझ रहे व्यवसायी परेशान है। व्यवसायियों की परेशानी यह है कि जाम के कारण उनका व्यवसाय पूरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्राहक दुकान तक पहुंच नहीं पाते है। रेलवे ढाला के कारण पूरब बाजार स्थित दुकानों की बिक्री पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाती है। दुकानदार कहते है कि पूरब बाजार रेलवे ढाला गिरे रहने की वजह से लोग आना नहीं चाहते है।
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कोट
शहर के बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला पर एक बार में 15 मिनट से अधिक देर तक बैरियर नहीं गिरा रहने का निर्देश दिया गया है। बारी- बारी से ट्रेनों की शंटिग करने का निर्देश दिया गया है। जिससे जाम की समस्या भी नहीं रहे।
अशोक माहेश्वरी, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल