Move to Jagran APP

बाढ़ से निपटने के लिए स्पर के कामों में आई तेजी

सहरसा। कोसी नदी में आने वाली संभावित बाढ़ एवं कटाव के मद्देनजर पूर्वी कोसी तटबंध पर आपात स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ पूर्व तैयारी एवं स्पर पुर्नस्थापन कार्य में तेजी आई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 06:39 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 06:39 PM (IST)
बाढ़ से निपटने के लिए स्पर  के कामों में आई तेजी
बाढ़ से निपटने के लिए स्पर के कामों में आई तेजी

सहरसा। कोसी नदी में आने वाली संभावित बाढ़ एवं कटाव के मद्देनजर पूर्वी कोसी तटबंध पर आपात स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ पूर्व तैयारी एवं स्पर पुर्नस्थापन कार्य में तेजी आई है।

loksabha election banner

----

पिछले वर्ष कई बिदुओं पर हुआ था कार्य

----

पूर्वी कोसी तटबंध के जल संसाधन सुपौल डिविजन के 78.30, 78.60, 80.05, 80.65, 81.75, 82, 83.40 व 84 किमी बिदु के साथ ही चंद्रायण डिवीजन के विभिन्न बिदुओं कटाव निरोधात्मक कार्य करवाया गया। पूर्वी कोसी तटबंध के पहाड़पुर गांव स्थित रिटायर बांध के क्षतिग्रस्त हिस्से का मरम्मत विभाग ने करवाया। एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विभाग ने चार करोड़ की लागत से 510 मीटर की लंबाई में एंटीरोजन का कार्य करवाया ।

----

17 स्परों का हो रहा सु²ढ़ीकरण कार्य

----

पूर्वी कोसी तटबंध के 17 स्परों का पुर्नस्थापन और सु²ढ़ीकरण ऊंचीकरण कार्य विश्व बैंक द्वारा संपोषित बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना के तहत जल संसाधन विभाग की देखरेख में बेंगलुरू की कंपनी योजका द्वारा वर्ष 2018 से 116 करोड़ की लागत से कराई जा रही है। एककरारनामा के अनुसार निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद भी स्पर पुनस्र्थापना कार्य पूरा नहीं हो सका । योजका के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि विभाग ने समय सीमा की बढ़ोतरी कर दी है। कंपनी द्वारा 76 किमी से 84 किमी बिदू के बीच अधिकांश काम कर दिए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.