राक्षसों के संहार को भगवान ने लिया था अवतार
सहरसा। सौरबाजार प्रखंड के खजुरी पंचायत स्थित भगवानपुर गांव मे आयोजित चार दिवसीय राम चरितमा
सहरसा। सौरबाजार प्रखंड के खजुरी पंचायत स्थित भगवानपुर गांव मे आयोजित चार दिवसीय राम चरितमानस महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार को प्रचवचन देते हुए वेदही शरण ने कहा कि रामचरित मानस एक संविधान की तरह है जिस तरह किसी भी लोकतंत्र को चलाने के लिए अनुशासन, समन्वय एवं त्याग जरूरत होती है ठीक उसी तरह रामायण में यह चरित्र आपको दिखेगा।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर भगवान ने राक्षसों का संहार करने के लिए विभिन्न रूप मे अवतार लिया। कभी नर¨सह बनकर तो कभी राम बनकर
हमें सही राह दिखाया। रात में वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा भगवान कृष्ण के बाल लीलाओं का मंचन किया गया। महायज्ञ स्थल पर एक दर्जन से अधिक देवी-देवताओं की प्रतिमा बनाई गई है। महायज्ञ का विधिवत उद्धाटन राजद नेता रंजीत यादव, मुखिया जीवन पौद्दार, पूर्व उपप्रमुख शिवशंकर साह, टीईटी एसटीइटी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अजीत कुमार, जयचन्द्र यादव, युवराज पासवान ने संयुक्त रूप से किया गया था। यज्ञ की सफलता को लेकर भ्रमनशील रामचरित मानस सत्संग गोष्ठी के सदस्य चन्देश्वरी यादव, सत्यनारायण यादव, एलपी यादव, त्रिवेणी यादव, कमलेश्वरी यादव, मटर यादव, कबीर शर्मा, बलदेव यादव, महेश्वरी पोद्दार, रामबहादुर यादव, दयानंद यादव, मटर भगत, गणेश शंकर विधार्थी, राजेन्द्र यादव, मनोज कुमार, जयकिशोर यादव, रघुनंदन यादव समेत अन्य ग्रामीण जुटे हुए हैं।