लाखों का है खर्च, ट्रेन में नहीं रहता पानी
सहरसा। पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल का अधिक राजस्व देनेवाले सहरसा स्टेशन पर ट्रेनों की सा
सहरसा। पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल का अधिक राजस्व देनेवाले सहरसा स्टेशन पर ट्रेनों की साफ-सफाई पर लाखों रूपये का खर्च प्रतिमाह होता है। लेकिन ट्रेनों में पानी तक नहीं रहता है। सहरसा से पटना के बीच चल रही इंटरसिटी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेन की यही हालत है। एसी बोगी सहित सामान्य बोगी में पानी की कमी के कारण यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मधेपुरा से आनेवाली पैसेंजर को ही इंटरसिटी बनाकर चलायी जाती है। इन दिनों सहरसा स्टेशन पर प्लेटफार्म की संख्या बढने पर इंटरसिटी अधिकांश दिन प्लेटफार्म नंबर तीन से ही खुलती है। प्लेटफार्म नंबर तीन पर पानी की आपूर्ति नहीं है। जिस कारण बोगी में पानी नहीं भरा जाता है। ऐसे में यात्रियों के पास विकट समस्या उत्पन्न हो जाती है। शौचालय जानेवाले यात्रियों को पानी नहीं रहने पर कई दिक्कतों का सामना करना पडता है। यात्रा कर रहे सुनील कुमार, मुकेश, विजय आदि ने बताया कि 8 अप्रैल 19 को इंटरसिटी ट्रेन में सहरसा में पानी की समस्या थी। स्टेशन अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी को कहा गया लेकिन बोगी में पानी नहीं दिया गया। बगैर पानी के ही ट्रेन खुल गयी। बाद में बरौनी स्टेशन पर पानी लिया गया। यह समस्या किसी एक दिन की नहीं है। अधिकांश दिनों में भी यह समस्या रहती है। एक तो बोगी की ठीक ढंग से सफाई नहीं की जाती है। शौचालय व बेसिन की हालत सबसे दयनीय रहती है। सोमवार को सहरसा से पटना के बीच चल रही राज्यरानी एक्सप्रेस में भी यही हाल रहा। एक यात्री अनिल कुमार सिंह ने राज्यरानी एक्सप्रेस की बोगी के बेसिन में पड़ी गंदगी का फोटो भेजते हुए कहा कि बोगी में इतना अधिक बदबू है कि बैठना मुश्किल हो रहा है। शौचालय व बेसिन के पास खड़ा होने में यात्री को नाक पर रूमाल रखना पड़ रहा है। जबकि ट्रेनों की साफ-सफाई के लिए आउट सोर्सिंग को कार्य दिया गया है। यात्री शशिशेखर झा, मो. लड्डन, सुशील, दिनेश, साहेब ने बताया कि सहरसा से खुलनेवाली अन्य ट्रेनों में भी गंदगी रहता है। शौचालय में न तो साबुन मिलता है और न ही हाथ धोने के लिए कोई व्यवस्था रहती है।