एक दर्जन विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद
सहरसा। एक तरफ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के योजनाएं चला रही है
सहरसा। एक तरफ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के योजनाएं चला रही है। वहीं बीते एक महीने से एमडीएम चावल नहीं रहने से दर्जनों विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। दूसरी ओर विभाग गहरी नींद में सोई हुई है।
प्रखंड बनमाईटहरी सात पंचायत अन्तर्गत विद्यालयों की कुल संख्या 68 नव प्राथमिक, प्राथमिक, मध्य विद्यालय हैं। जिसमें तीन उच्च माध्यमिक विद्यालय भी शामिल है। आदर्श मध्य विद्यालय तरहा में विगत एक महीने से एमडीएम चावल नहीं रहने से विद्यालय वीरानी छायी हुई है। छात्रों ने नहीं रहने से कार्यालय कक्ष में शिक्षक बैठकर समय गुजार रहे थे। कमोबेश यही हालत प्रखंड के 70 प्रतिशत विद्यालयों में है। यहां मध्याह्न भोजन एमडीएम चावल के अभाव में बंद है। जिसके कारण विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। विद्यालय प्रधानाध्यापकों की मानें तो जहां विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या से एमडीएम चालू रहने पर 70 से 80 प्रतिशत छात्र उपस्थित रहते थे। वहीं मध्याह्न भोजन बंद रहने पर तीस से चालीस प्रतिशत छात्र भी उपस्थित नहीं हो पाते हैं। कहीं पन्द्रह दिन तो कहीं बीते महीने से विद्यालय में एमडीएम का चावल उपलब्ध नहीं रहने से मध्याह्न भोजन बंद है। शुक्रवार को संकुल संसाधन केंद्र सुगमा अन्तर्गत नव प्राथमिक विद्यालय सुगमा, मध्य विद्यालय सुगमा, आदर्श मध्य विद्यालय तरहा, मध्य विद्यालय अम्माडीह, नव प्राथमिक विद्यालय मनिया, समेत दर्जनों विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति कम रहने के कारण विद्यालय के बरामदे पर ही शिक्षक छात्रों को पढ़ाते देखे गए। जबकि विद्यालय में शिक्षक मौजूद थे ।
विद्यालय प्रधानाध्यापक नृपेन्द्र ठाकुर, घनश्याम पंडित, वृजेन्द्र साह, चंदा कुमारी, गजेन्द्र पासवान, संजू कुमारी समेत दर्जनों प्रधानाध्यापक ने बताया कि बीते सितंबर माह में ही संवेदक द्वारा चावल दिया गया था। जिसके बाद बुधवार को विद्यालय में चावल उपलब्ध नहीं कराया गया जिसके कारण विद्यालयों में एमडीएम बंद है। हम लोगों के द्वारा प्रतिदिन एमडीएम रिपोर्ट नील दिखाया जा रहा है। विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति नगण्य हो गई है। मध्य विद्यालय सुगमा समेत करीब 40 से अधिक विद्यालय में एमडीएम चावल नहीं रहने के कारण मध्याह्न भोजन बंद है।