ईवीएम की तैयारी पर निर्वाचन आयोग ने दिया है सख्त निर्देश
सहरसा। पंचायत चुनाव के अंतर्गत पहलीबार ग्राम पंचायत सदस्य मुखिया पंचायत समिति सदस्य तथा जिला परिषद सदस्य पद का निर्वाचन एमटू मॉडल के ईवीएम के माध्यम से कराया जाना है। इस लिहाज से राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम के कमीशनिग के कार्य को अत्यंत सूक्ष्मता के साथ पर्यवेक्षण का निर्देश जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को दिया है ताकि किसी भी परिस्थिति में पद विशेष का मतपत्र दूसरे पद हेतु़ चिह्नित ईवीएम में प्रयुक्त एवं मिश्रित नहीं हो।
सहरसा। पंचायत चुनाव के अंतर्गत पहलीबार ग्राम पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य तथा जिला परिषद सदस्य पद का निर्वाचन एमटू मॉडल के ईवीएम के माध्यम से कराया जाना है।
इस लिहाज से राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम के कमीशनिग के कार्य को अत्यंत सूक्ष्मता के साथ पर्यवेक्षण का निर्देश जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को दिया है ताकि किसी भी परिस्थिति में पद विशेष का मतपत्र दूसरे पद हेतु़ चिह्नित ईवीएम में प्रयुक्त एवं मिश्रित नहीं हो। आयोग के सचिव ने कहा है कि निर्वाची पदाधिकारी स्तर पर ईवीएम की तैयारी में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए आवश्यक है कि निर्वाची पदाधिकारी के स्तर पर ईवीएम की कमीशनिग इस प्रकार चयन किया जाए, ताकि विभिन्न पंचायतों में ईवीएम की तैयारी का स्थान विभक्त हो। आयोग ने कहा कि चूंकि ग्राम पंचायत सदस्य के निर्वाचन हेतु ईवीएम की तैयारी प्रत्येक वार्ड के लिए अलग-अलग मतपत्रों के साथ किया जाना है, इसलिए आवश्यक है कि संबंधित निर्वाची पदाधिकारी वार्ड से संबंधित ईवीएम की कमीशनिग पर विशेष रूप से ध्यान दें। संबंधित मतदान केंद्र के बीयू पर पद विशेष का मतपत्र लगा हुआ है इसकी जांच आवश्यक है। कहा गया कि मतदान के क्रम में खराब हुए सीयू में यदि एक भी मत डाला गया हो, तो वह भी प्रतिस्थापित ईवीएम के साथ वज्रगृह में रखा जाएगा।