जिसने बाढ़ की त्रासदी में कभी सुध नहीं ली, वो मांग रहे वोट : पप्पू यादव
सहरसा/मधेपुरा। मधेपुरा लोकसभा के रण में चुनाव प्रचार को महज कुछ वक्त ही बचा है। ऐसे मे
सहरसा/मधेपुरा। मधेपुरा लोकसभा के रण में चुनाव प्रचार को महज कुछ वक्त ही बचा है। ऐसे में जन अधिकार पार्टी (लो) के उम्मीदवार पप्पू यादव दिन-रात घर-घर लोगों से मिल रहे हैं। इस क्रम में शनिवार को उन्होंने सहरसा के सौर बाजार, सोनवर्षा और बनमा में सघन जनसंपर्क किया और जनता से अपील की कि वे लोकसभा में चुन कर उन्हें भेजें जो आपके साथ हर परिस्थिति में जनता के साथ हो। न कि उनको जो सिर्फ चुनाव के वक्त वोट लेने के लिए जनता में भ्रम फैलाएं। यह चुनाव मधेपुरा की तकदीर लिखेगा।
पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 10 दिनों से यहां डेरा डाले हुए हैं। लेकिन जब मधेपुरा बाढ़ के चपेट में आती है, तब वे क्?यों नहीं यहां एक दिन भी प्रवास करते हैं। इन्हें कोसी सीमांचल की याद वोट के लिए आती है, मगर जब यहां की जनता परेशानी में होती है, तब ये परेशान जनता की सुध लेना भी जरूरी नहीं समझते हैं। कहा कि शरद यादव ने ही लालू यादव के 15 साल के कार्यकाल को जंगलराज बताया और मधेपुरा के जाति विशेष को टारगेट किया। यहां जातिगत विद्वेष पैदा कर नफरत, डर और भय का मौहल बनाया। उन्होंने कहा कि आज राजद ने उस आदमी को टिकट दे दिया है, जिसने लालू यादव को जेल तक पहुंचा दिया। पप्?पू यादव ने कहा कि नीतीश और शरद ने हमेशा नफरत फैला कर वोट लिया है। जबकि सच यह है कि कोई एक व्यक्ति? बुरा होता है, पूरी जाति नहीं। पूछा कि आखिर क्यों महागठबंधन में राजद ने कांग्रेस के खिलाफ अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे। अली अशरफ फातमी, देवेंद्र यादव, रामा, सिंह, लवली आनंद के साथ क्या हुआ। उन्होंने कहा कि एक स्वयंभू नेता अपने अहंकार में एनडीए की जगह कांग्रेस से ही लड़ने में लग गए हैं। पप्पू यादव ने कहा कि 23 अप्रैल को जनता को तय करना है कि वे अपने लिए सेवक को एक बार फिर से मौका देगी या फिर कोई ऐसा नेता चुनेगी, जिसका वास्ता जनता के साथ फिर से चुनाव के वक्त होगा।