एनएच के लिए अधिग्रहित भूमि का मिले उचित मुआवजा
सहरसा। राष्ट्रीय राजमार्ग 107 के विस्तारीकरण में प्रशासन की खामियों के कारण जमीन मालिका
सहरसा। राष्ट्रीय राजमार्ग 107 के विस्तारीकरण में प्रशासन की खामियों के कारण जमीन मालिकों में आक्रोश है। रैयतों ने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर यदि जल्द ही इन खामियों का सुधार नही किया गया तो एनएच 107 के विस्तारीकरण व जीर्णोद्धार के कार्य मे लंबा विराम लग सकता है। गुरूवार को ऐसे दर्जनों प्रभावित रैयतों ने समाजसेवी अजय ¨सह के नेतृत्व में प्रखंड मुख्यालय में आयोजित शिविर में उपस्थित भू अर्जन पदाधिकारी से मिलकर छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में रैयतों ने विस्थापित रैयत को मुआवजा सहित पुनर्वास, अधिग्रहित कृषि भूमि के मुआवजे राशि में वृद्धि, मुख्य सड़क से दो सौ मीटर के अंदर की भूमि को आवासीय वर्ग मे रखें जाने, निर्धारित वर्तमान न्यूनतम मूल्य का चार गुना मुआवजा देने, अर्जित रकबा के अनुसार ही जमीन का अधिग्रहण तथा आवासीय व व्यवसायिक अधिग्रहित भूमि का फिर से मूल्यांकन कर मुआवजा का निर्धारण करने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वाले रैयतों मे कमलेश्वरी कामत, उपेंद्र साह, सोनेलाल शर्मा, दीपनारायण साह, किशोर साह, कामदेव यादव, ब्रह्मदेव यादव, टीपू मुखिया, नंदकिशोर शर्मा, लक्ष्मण साह, घनश्याम पोद्दार, रामचंद्र पासवान, कुनकन साह, भोला यादव, चन्द्रप्रकाश यादव, शंकर स्वर्णकार, शिबू कामत, विपिन कुमार, बंदेलाल साह, लालमनी साह समेत अन्य शामिल थे।