कोसी और अपराध, बिहार के इन दोनों मुद्दों पर मोदी का नीतीश पर 'वार'
सहरसा में आज बादल बरसे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कम। राजग की परिवर्तन रैली में मोदी ने आज राज्य के विकास के लिए किए गए कार्यों की चर्चा की तथा अपनी आगामी योजनाओं को भी बताया। रैली में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर आलोचना की।
जागरण टीम, सहरसा। राजग की परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस पर जमकर निशाना साथा। कोसी की अव्यवस्था से लेकर जय प्रकार की मौत तक के मुद्दे उठाए। बताया कि महज 70 मिनट की दूरी नेपाल की है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री को वहां तक पहुंचने में 17 साल लग गए।
उन्होंने बाढ़ के समय गुजरात की पांच करोड़ रुपये की सहायता राशि की भी याद दिलाई। अक्रामक रुख अपनाते हुए मोदी ने नीतीश कुमार को संवेदनहीन और अहंकारी बताया। इसके साथ ही प्रदेश में बढ़े अपराध को आंकड़ों के साथ पेश किया।
सहरसा में माेदी की हुंकार, देखें तस्वीरें...
कुसहा त्रासदी की दिलाई याद : रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आज के ही दिन की कुसहा त्रासदी की याद दिलाई। कहा, आज से सात साल पहले 18 अगस्त को कोसी में भयंकर बाढ़ आई थी। उस बाढ़ में यहां के नजदीक के सात-आठ जिलों के 35 लाख परिवार तबाह हो गए थे। गांव विनाश के कगार पर आकर खड़े हो गए थे। न धरती बची थी न आसमान रुकने को तैयार था। और यहां का जन-जन मुसीबतों से जूझ रहा था।
मोदी ने कहा कि उस वक्त वे गुजरात में मुख्यमंत्री थे। यहां के अनेक लोग गुजरात में बसे हुए हैं। तब लगा था कि भले ही गुजरात दूर हो, लेकिन कोसी की पीड़ा के समय कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना है। देशभर के लोग उस समय आपके साथ खड़े थे।
मोदी ने कहा, कभी-कभी जनता का दर्द, सामान्य नागरिक की पीड़ा राजनेता नहीं समझ पाते। राजनेताओं का अहंकार सातवें आसमान पर होता है। उसके कारण वे न तो संवेदनाओं को समझ पाते हैं, न ही दर्द का अनुभव कर पाते हैं।
मोदी ने कहा, 'कोसी नदी की सौगंध खाकर कहना चाहता हूं, किसी व्यक्ति का अहंकार बड़ी गहरी चोट पहुंचाता है। अगर मुझे व्यक्तिगत कोई अपमानित करे तो मैं कभी भी सार्वजनिक रूप से कुछ बोलता नहीं हूं, लेकिन जब अहंकार के कारण सामान्य नागरिक की पीड़ा से खिलवाड़ किया जाता है तो खुद को रोक नहीं सकता हूं।'
मोदी ने आगे कहा, गुजरात के लोगों ने अपनी कमाई से पांच करोड़ का चेक भेजा था। यहीं के भाई जो गुजरात में रहते हैं, उनका भी हिस्सा था उसमें। वे अपने परिवारों को योगदान देना चाहते थे।
अहंकारी को दे दें विदाई : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि उनका अहंकार इतना था कि आप दर्द झेलते रहे, लेकिन उन्होंने वो चेक गुजरात को लौटा दिया। क्या यह आचरण उचित है?
नीतीश के लिए कहा, जो अहंकार नहीं छोड़ सकते उन्हें विदाई देनी चाहिए या नहीं? ऐसे लोगों ने ही बिहार के सपनों को रौंद डाला। उस अपमान को भी मैंने सह लिया। बिहार के भाईयों को ही सामान देकर भेजा कि आप जाकर वहां बांट आइए, मेरा नाम आएगा तो ये मदद नहीं पहुंच सकेगी कोसी के लोगों तक।
मादी ने कहा, जयप्रकाश नारायण हमारे देश की शान है, बिहार के गौरव हैं। उनको आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने जेल में बंद करवाया था। उनका गुनाह यह था कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते थे। जेल से बीमार होकर निकले तो देश उन्हें नहीं बचा पाया।
जयप्रकाश के साथ कर रहे धोखा : प्रधानमंत्री ने कहा कि जयप्रकाश के साथ ऐसा जुल्म करने वालों को देश ने उखाड़ कर फेंक दिया, लेकिन जो लोग कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा कर रहे है, वे जयप्रकाश के साथ धोखा कर रहे हैं। अब बिहार की राजनीति बदलाव की ओर चल पड़ी है। यहां की जनता न इनको स्वीकार करने वाली है और न ही इनका साथ देने वाली है।
मोदी ने कहा, आपने मुझे प्रधानमंत्री के लिए सेवा का मौका दिया है। मैं आपके बीच आकर अपने काम का हिसाब दे रहा हूं। नीतीश पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जनता के बीच जाने के लिए विश्वास जरूरी है, लेकिन उनका अहंकार सातवें आसमान है।
बिहार में बढ़ रहे अपराध : मोदी ने कहा, बिहार सरकार की वेबसाइट के आंकड़े बताते हैं कि दबे पांव मुसीबतें आनी शुरू हो गई हैं। जनवरी 2015 में बिहार में गंभीर अपराधों की संख्या 13808 थी। छह माह में यह आंकड़ा 18500 तक पहुंच गया । 34 फीसद गंभीर प्रकार के गुनाह बढ़ गए। मोदी ने पूछा कि क्या यह जंगलराज की शुरुआत नहीं है?
उन्होंने आगे कहा कि जनवरी में 217 हत्याएं हुईं, जून में आंकड़ा 316 का है। 46 फीसद इजाफा हुआ। ऐसे ही हत्याओं का दौर चलता रहा तो सामान्य लोगों का क्या हाल होगा?
नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये आंकड़े बिहार सरकार के हैं। जनवरी में दंगों की संख्या 867 थी, जो जून तक 1497 तक हो गई। 72 फीसद का इजाफा हुआ दंगों में। बिहार के सामान्य नागरिक की जिंदगी सुरक्षित नहीं है। खतरे की घंटी बज चुकी है। ये दंगे, हत्याएं बंद करवानी है तो आपको घर-घर जाकर चौकीदारी करने की आवश्यकता नहीं है, आप हमारा साथ दे दीजिए। हम आपको सुरक्षा देंगे।
नेपाल से की कोसी पर बात : मोदी ने कहा, दिल्ली में हमारी सरकार बनने के बाद फिर से एक बार कोसी में संकट आया। नेपाल में कोसी नदी पर लैंड स्लाइड हुआ। वहां पानी जमा होना शुरू हो गया। सैटेलाइट से पता चला कि पानी की वजह से अगर मिट्टी बही तो कोसी के तट पर सात साल पहले जो तबाही आई थी उससे सौ गुना अधिक तबाही आएगी।
उन्होंने कहा, तब हमने सेना को भेजा और ब्लास्ट करके छोटे-छोटे सुराग करके पानी निकालवाना शुरू किया। दिल्ली में बैठकर मॉनिटर किया। गांवों को खाली करवा दिया। सब नाराज थे, लेकिन इसकी परवाह नहीं की। हम उस काम को करने में सफल हुए। कोसी को उस तबाही से बचा लिया।
कोसी के कारण कोई वर्ष ऐसा नहीं जाता, जब समस्या न आए। जब तक नेपाल के सामने बैठकर इस मुद्दे पर बात नहीं होगी, इसका समाधान नहीं होगा। इसके लिए नेपाल से संबंध बेहतर होना जरूरी है। यहां से नेपाल जाने में 17 मिनट लगते हैं, लेकिन 17 साल से कोई प्रधानमंत्री वहां नहीं गया। हमने नेपाल सरकार से आमने-सामने बैठकर कोसी के मुद्दे पर बात शुरू की। आज नेपाल हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। हमने वो प्रयास प्रारंभ कर दिया।
सरकार करेगी किसानों का कल्याण : मोदी ने कहा, हमारे यहां कृषि मंत्रालय तो है, लेकिन किसानों की चिंता कौन करेगा? अगर किसान का कल्याण नहीं होगा तो कृषि का कल्याण नहीं होगा। 15 अगस्त को लाल किले से हमने कहा, वो कृषि विकास और किसान कल्याण रहेगा। अब सरकार के यहां किसानों कें कल्याण की भी योजना बनेगी।
बदल दूंगा बिहार : कहा, चुनाव के पहले मैंने कहा था कि दिल्ली में हमारी सरकार बनेगी तो 50 हजार करोड़ का पैकेज देंगे। कुछ लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि मोदी केवल बोलते हैं, करते नहीं हैं। मैंने कहा था संसद चल रही है, सरकार उन मर्यादाओं को तोड़ नहीं सकती है। चार दिन पहले संसद का सत्र पूरा हुआ है। आज आरा में नया बिहार बनाने के लिए सवा लाख करोड़ रुपये पैकेज की घोषणा की है। अब बिहार की शक्ल-सूरत बदलकर रख दूंगा।