पारदर्शिता लाने के डिजिटलीकरण आवश्यक : डीडीसी
सहरसा। मंगलवार को नाबार्ड के सौजन्य से ई-शक्ति परियोजना के तहत विकास भवन सभागार में बैंकस
सहरसा। मंगलवार को नाबार्ड के सौजन्य से ई-शक्ति परियोजना के तहत विकास भवन सभागार में बैंकर्सों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्घाटन उप विकास आयुक्त राजेश कुमार ¨सह, नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक सुनील कुमार झा, जिला विकास प्रबंधक पंकज कुमार व मंडन भारती जागृति समाज की सचिव लाजवंती झा समेत अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीडीसी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटलीकरण एक आवश्यक पहल है और इसके महत्व से हम सभी भलीभांति अवगत हैं। कहा कि भारत को डिजिटल रूप में सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में परवर्तित करने हेतु भारत सरकार के डिजिटल मिशन को ध्यान में रखते हुए नाबार्ड ने देश में सभी सहायता समूह के डिजिटलीकरण के लिए ई-शक्ति नाम से परियोजना शुरू की है। सहायक महाप्रबंधक ने डिजिटलीकरण के संबंध में उपस्थित बैंक कर्मियों को विस्तार से जानकारी देते हुए इसके महत्व पर बल दिया। आयोजक संस्था मंडन-भारती जागृति समाज की सचिव लाजवंती झा व नाबार्ड के पंकज कुमार ने बताया कि ई-शक्ति परियोजना वर्तमान में देश के एक सौ जिलों में कार्यान्वित की जा रही है। जिसमें सहरसा जिला भी शामिल है। कहा कि परियोजना का उदेश्य एसएचजी सदस्यों को वित्तीय समावेशन के अन्तर्गत एसएचजी खातों का डिजिटलीकरण करना है। जिससे उन्हें वित्तीय सेवाओं में उपलब्ध व्यापक सुविधाओं में मदद मिल सके। उनके अभिलेखों के उचित रखरखाव के साथ पारदर्शी हो। साथ ही बैंकों को उनके क्रेडिट मूल्यांकन और ¨लकेज में सहायता में सहजता हासिल हो। कहा कि चूंकि परियोजना का कार्यवाहन जिले में जनवरी 2018 माह से ही हमारे क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा प्रारंभ है। तथा इसकी वास्तविकता एवं उपयोगिता अब जिले के बैंक कर्मियों हेतु तैयार है। कार्यक्रम में अग्रणी बैंक प्रबंधक राजकुमार चौधरी, जीविका के जिला प्रबंधक अभिषेक कुमार एवं सभी बैंकों के जिला समन्वयक मौजूद रहे।