न्यायालय के फैसले से कहीं खुशी कहीं गम
सहरसा। बीते चार वर्ष पूर्व मूर्ति विसर्जन कर लौट रहे अतलखा पैक्स अध्यक्ष के भाई अनोज यादव की हत्य
सहरसा। बीते चार वर्ष पूर्व मूर्ति विसर्जन कर लौट रहे अतलखा पैक्स अध्यक्ष के भाई अनोज यादव की हत्या किये जाने के मामले में गुरुवार को न्यायालय में फैसले आने को लेकर कहीं खुशी कहीं गम का माहौल बना हुआ है। एक तरफ जहां मृतक की पत्नी सहित परिजनों में इस बात की खुशी है कि देर से ही सही लेकिन दोषियों को सजा मिल गयी। वहीं उक्त मामले में सभी आरोपियों के घर गम का माहौल है कि सजा के बाद क्या होगा।
तीन माह की गर्भवती थी अमिता
हत्या के वक्त मृतक पैक्स प्रबंधक अनोज यादव की पत्नी अमिता कुमारी को तीन माह का गर्भ था। आज उसके बेटे कृष्णा की उम्र तीन वर्ष की हो चुकी है। शादी के सात माह के बाद ही पति की हत्या कर दिये जाने से अमिता कुमारी की स्वास्थ्य बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। अब भी उसका इलाज बीपी कोइराला स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान धरान नेपाल में करवाया जा रहा है। पति की हत्या एवं चार साल की लम्बी लड़ाई के बाद हत्या के आरोपियों को सजा दिये जाने की घड़ी तक अमिता देवी ने काफी मानसिक व आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी। मृतक की पत्नी न्यायालय द्वारा 10 नामजदों को सजा पर प्रसन्नता जताते हुए ईश्वर को धन्यवाद देती है।
जब आंख खुली तो नहीं थे पिता
जिस वक्त वह दुनिया में आया तो उसके सिर से पिता का साया उठ चुका था। आज वो धीरे-धीरे सबकुछ समझने लगा है। दूसरी ओर मृतक की पत्नी व मां आज तक उस सदमे से नहीं निकल सके हैं। उसकी मां बताती है कि पहले पति की मौत हो गयी और हत्यारों ने मेरे बेटे की भी जान ले ली।