अब हरा-भरा होगा कोसी का कछार
सहरसा। केन्द्र सरकार ने नमामि गंगे अभियान के तहत गंगा और उसकी सहायक नदियों के समीप पौध
सहरसा। केन्द्र सरकार ने नमामि गंगे अभियान के तहत गंगा और उसकी सहायक नदियों के समीप पौधारोपण करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत गंडक और कोसी नदी सरकार की प्राथमिकता में हैं। कोसी नदी से एक किलोमीटर आकाशीय दूरी पर बड़े पैमाने पर सहरसा और सुपौल जिले में पौधारोपण की तैयारी की जा रही है। प्रथम चरण में सहरसा जिले के 232 एकड़ में टिम्बर प्लांट लगाया जाएगा, जिसके लिए वन विभाग के अधिकारियों ने जमीन की खोज प्रारंभ कर दिया है। किसानों को चार वर्षो तक दिया जाएगा अनुदान नमामि गंगे वृक्षारोपण अभियान के तहत जहां सरकारी खर्चे पर पौधारोपण किया जाएगा, वहीं पौधे के रखरखाव के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। वन एवं पर्यावरण विभाग ने चार वर्षों तक किसान को जीवित पौधे के लिए अनुदान देने का निर्णय लिया है। प्रथम वर्ष में जीवित पौधे के लिए प्रति पौधा 30 रुपये, दूसरे और तीसरे वर्ष में 25- 25 रूपए तथा चौथे वर्ष में प्रति पौधा 20 रूपए अनुदान दिए जाने की योजना है। एक एकड़ में लगेंगे महज 60 टिंबर प्लांट वन विभाग ने पौधे को फलने- फूलने के लिए पर्याप्त जगह देने की योजना बनाई है। इसके तहत एक एकड़ जमीन में मात्र 60 पौधा लगाए जाने की योजना है। प्रथम चरण में 94 हेक्टेयर में विभाग ने नमामि गंगे वृक्षारोपण अभियान के तहत 14 हजार पौध लगाने का निर्णय लिया है। ताकि यह पौधा आनेवाले दिनों में कोसी क्षेत्र के लिए लाभकारी हो सके।
कोट
नमामि गंगे अभियान कोसी क्षेत्र के पर्यावरण रक्षा के साथ-साथ बाढ़ सुरक्षा के लिए काफी सहायक होगा। इसके लिए विभाग ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। -संजय प्रकाश, डीएफओ, सहरसा।