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बिहार में बना देश का सबसे पावरफुल रेल इंजन, 10 को PM मोदी दिखायेंगे हरी झंडी

बिहार के मधेपुरा रेल इंजन कारखाने में देश का सबसे पावरफुल इंजन बना है। इसकी क्षमता 12000 हार्स पावर है। 10 अप्रैल को पीएम मोदी इसे हरी झंडी दिखायेंगे।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sat, 07 Apr 2018 03:51 PM (IST)Updated: Sun, 08 Apr 2018 09:54 PM (IST)
बिहार में बना देश का सबसे पावरफुल रेल इंजन, 10 को PM मोदी दिखायेंगे हरी झंडी
बिहार में बना देश का सबसे पावरफुल रेल इंजन, 10 को PM मोदी दिखायेंगे हरी झंडी

सहरसा [जेएनएन]। 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मधेपुरा रेल इंजन कारखाना का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मोतिहारी से वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिये कारखाना का उद्घाटन करते हुए फैक्ट्री निर्मित पहला विद्युत इंजन को राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे।
उद्घाटन के साथ राष्ट्र को मधेपुरा रेल कारखाना का पहला निर्मित इंजन देश को समर्पित हो जाएगा। इसके साथ ही भारत रूस, चीन, जर्मनी और स्वीडन सहित उन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा, जिनके पास 12,000 एचपी या इससे ज्यादा की क्षमता वाला बिजली के रेल इंजन है। फिलहाल, भारतीय रेल के पास अब तक सबसे ज्यादा क्षमता वाला 6,000 एचपी का रेल इंजन है।

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12 हजार हॉर्स पावर का इंजन देश का सबसे शक्तिशाली इंजन है जो मालगाड़ी की रफ्तार को दुगुना बढ़ा देगा। यह इंजन नौ हजार टन तक माल खींचने में सक्षम होगा। 20 हजार करोड़ की लागत से निर्मित रेल इंजन कारखाना देश को पहला विद्युत इंजन देगा।

आने वाले दस वर्षो में यह कारखाना झारखंड के जमशेदपुर को पीछे छोड़ते हुए मधेपुरा सबसे बड़ा औद्योगिक शहर बनेगा। जहां युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी के साथ भारतीय रेल ने समझौता किया था। जिस समझौता के तहत ही इस पावरफुल इंजन को हर मौसम में एक ही रफ्तार के साथ मालगाड़ियों को खींचा जा सकें इसलिए इसकी बॉडी को कवच फ्रांस से पिछले साल सितंबर 2017 में ही लाया गया था।

वर्तमान में भारतीय रेल माल ढुलाई के लिए अपनी ट्रेनों में डब्ल्यूएजी-9 इंजन इस्तेमाल करती है। यह इंजन पहले तक का सबसे पावरफुल इंजन माना जाता था। इसमें 6 हजार हॉर्स पावर का इंजन लगा हुआ रहता था। लेकिन मधेपुरा रेल इंजन कारखाना में इस इंजन के ठीक दुगुना पावर 12 हजार हॉर्स पावर का इंजन निर्माण होने से मालगाड़ी की स्पीड दोगुनी बढ़ा दी है।

11 साल में 800 इंजन का होगा निर्माण

भारतीय रेल और फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी के बीच हुए करार के मुताबिक भारतीय रेल मेक इन इंडिया के तहत 11 साल में यह कंपनी देश को 800 इंजन बनाकर देगी। वर्ष 2015 में इसके लिए 20 हजार करोड़ रूपये का करार हुआ था। वर्ष 2017-18 में एक, 2018-19 में 4, 2019-20 में 100 इंजन का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद वर्ष 2022 से हर साल एक सौ इंजन का निर्माण कारखाना में किया जाएगा।


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